Thursday , February 8 2024

गोरखपुर के 171 गांव बाढ़ से प्रभावित, हजारों लोग बेघर

गोरखपुर. गोरखपुर से होकर बहने वाली सभी नदियों का जल स्तर इन दिनों बढ़ा हुआ है. सभी नदियां अपने रौद्र रूप में हैं. रोहणी, राप्ती, घाघरा ने कहर बरपा रखा है. गुर्रा भी अपने रंग दिखा रही है. हालात ये हैं कि जिले में 171 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. 28 हजार हेक्टेयर जमीन जलमग्न है और लाखों लोग बाढ़ की विभीषका झेलने को मजबूर हैं.

वहीं प्रशासन की तरफ से भी बाढ़ से बचाव को लेकर बेहतर इंतजाम के दावे के किये जा रहे हैं. प्रतिदिन बंधों से रिसाव की सूचना पर सिंचाई विभाग के कर्मचारी उसे ठीक करवा रहे हैं तो वहीं पर बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत समाग्री का वितरण किया जा रहा है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 14 हजार से अधिक राहत पैकेट का वितरण किया गया है. जानवरों के लिए भूसे का प्रबंध किया गया है तो स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के भ्रमण पर है.

इतना सब कुछ होने के बाद भी हजारों लोग आज बेघर हो गये हैं. लोग अपना घर छोड़कर बंधों की शरण में चले आए हैं. सदर तहसील के नौसढ़ में बंधों पर बड़ी संख्या में लोग अपने जानवरों के साथ रह रहे हैं. लोगों का कहना है कि जान बचाने के लिए उन लोगों ने जानवरों के साथ घर छोड़ दिया और अब यहीं पर उनका ठिकाना है. परिवार के कुछ लोग जरूर घरों की छत पर रह रहे हैं, जिससे घर की भी रखवाली हो जा रही है. पर वहां रहना अब खतरे से खाली नहीं है.

प्रभावितों का कहना है कि इन हालातों में खाना तो किसी तरह से बन जा रहा है पर पीने के पानी की समस्या खड़ी हो गई है. चारों तरफ पानी ही पानी है पर पीने का शुद्ध पानी नहीं है. जानवरों को मरने के लिए नहीं छोड़ सकते इसलिए साथ लेकर चल रहे हैं.