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पहुंचेंगे 5 लाख अन्नदाता; आज किसानों की महापंचायत

मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में आज (रविवार को) किसान महापंचायत आयोजित की गई है. दावा किया गया है कि महापंचायत में पांच लाख से ज्यादा लोग जुटेंगे. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सिर्फ किसान ही नहीं, देश की दूसरी समस्याओं पर भी बात होगी.

बता दें कि मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. शराब की दुकानें बंद रहेंगी. राकेश टिकैत ने कहा कि हमें रोका तो बैरियर तोड़ देंगे. संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में होने वाली महापंचायत को लेकर लगभग सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं.

सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन के आलाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर चेकिंग की. महापंचायत में शामिल होने के लिए हरियाणा, पंजाब, पश्चिम बंगाल और राजस्थान सहित अन्य राज्यों से भी किसान मुजफ्फरनगर में पहुंच चुके हैं.

जान लें कि महापंचायत में भाग लेने के लिए भारी संख्या में महिलाएं भी मुजफ्फरनगर पहुंची हैं, जो यहां के गुरुद्वारों और स्कूलों में रुकी हुई हैं. विभिन्न राज्यों से आए हुए किसानों के भोजन के लिए मुजफ्फरनगर के गुरुद्वारों सहित जगह-जगह पर लगभग 500 स्टॉल लगाए गए हैं. जहां दूर-दराज से आए सैकड़ों किसान रुके हुए हैं. पंजाब से लगभग 200 किसान मुजफ्फरनगर पहुंच गए हैं जो गुरुद्वारे में रुके हुए हैं.

वहीं हरियाणा और राजस्थान से आए किसान राजकीय इंटर कालेज में रुके हुए हैं. 7 किसान केरल से आए हुए हैं. पश्चिम बंगाल से भी किसान मुजफ्फरनगर पहुंचे हैं. हापुड़ में बुलंदशहर, अलीगढ़ और अमरोहा आदि पड़ोसी जिलों के किसानों से बढ़ने वाले ट्रैफिक को देखते हुए हापुड़ को तीन जोन, दो सुपर जोन और नौ सेक्टर में बांटा गया है.

राकेश टिकैत ने कहा कि महापंचायत के लिए पहुंचने वाले लोगों की संख्या को बताना असंभव है. लेकिन मैं वादा कर सकता हूं कि लोग बड़ी संख्या में पहुंचेंगे. किसानों को महापंचायत तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता. अगर वे हमें रोकते हैं तो हम बैरियर तोड़ते हुए पहुंचेंगे.

पंजाब से लगभग 2,000 किसानों के मुजफ्फरनगर पहुंचने की उम्मीद है. यूपी, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के अलावा कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल जैसे राज्यों से भी किसानों के ग्रुप आना शुरू हो गए हैं. गाजीपुर बॉर्डर पर तमिलनाडु और केरल के अलावा दूसरे राज्यों से भी किसानों के गुट पहुंचे हैं.