राष्ट्रीय जनता दल (RJD) व उसके सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से जुड़ी बड़ी खबर है। बताया जा रहा है कि पार्टी में नाराज चल रहे बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह अंतत: नहीं माने। अब उनका पद से हटना तय माना जा रहा है। सवाल यह भी है कि कौन होगा अगला प्रदेश अध्यक्ष? माना जा रहा है कि इस रेस में अब्दुल बारी सिद्दीकी सबसे आगे हैं। लालू के हनुमान माने जाने वाले भोला यादव को प्रधान महासचिव बनाए जाने की भी चर्चा है।
जगदानंद ने दिल्ली में लालू से की मुलाकात
सूत्र बताते हैं कि हाल ही में जगदानंद सिंह ने दिल्ली में लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की। जगदानंद सिंह की लालू यादव से लंबी बातचीत हुई। जगदानंद ने अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी से मुक्त करने का आग्रह किया। लालू से मिलकर बिहार लौटे जगदानंद पटना के बदले सीधे अपने गांव चले गए। ऐसे में अब नए प्रदेश अध्यक्ष का चयन तय माना जा रहा है।
अब हो सकती सिद्दीकी के नाम की घोषणा
इस बीच पार्टी के वरीय नेता व आरजेडी के मुस्लिम चेहरा अब्दुल बारी सिद्दीकी दिल्ली में दो बार लालू से मिल चुके हैं। चर्चा है कि ये मुलाकातें प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर हुईं हैं। सूत्रों की मानें तो नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उनके नाम की घोषणा 24 नवंबर से पहले हो जाएगी। इसके बाद ही बीमार लालू यादव अपने इलाज के लिए सिंगापुर जाएंगे।
पहले शिवचंद्र राम की भी रही थी चर्चा
इसके पहले बिहार के पूर्व मंत्री व आरजेडी नेता शिवचंद्र राम नया प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की भी चर्चा हुई थी। लालू के पिछली बार सिंगापुर जाने के पहले दिल्ली में मीसा भारती के आवास पर उनकी शिवचंद्र राम से मुलाकात से इस कयास को हवा मिली थी। शिवचंद्र राम पिछड़ी जाति का बड़ा चेहरा हैं। कुशेश्वरस्थान में उपचुनाव में वे आरजेडी के चुनाव प्रभारी रहे थे। उपचुनाव में हार के बावजूद आरजेडी ने वहां कड़ा मुकाबला किया था।
इस बार मनाने में विफल लालू परिवार
विदित हो कि जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व अपनी ही सरकार के खिलाफ बयानों के कारण मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। जगदानंद सिंह की नाराजगी को इससे जोड़कर देखा जा रहा है। जगदानंद सिंह पहले भी नाराज होते व मानते रहे थे, इसलिए माना जा रहा था कि लालू प्रसाद यादव उन्हें मना लेंगे, लेकिन इस बार मामला गंभीर दिख रहा है। वे 47 दिनों से पार्टी की गतिविधियों से दूरी बनाए हुए हैं। लालू परिवार इस बार जगदानंद सिंह को मनाने में सफल नहीं दिख रहा है।