सरकार ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा Z श्रेणी से घटाते हुए Y श्रेणी की कर दी है। इस पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रसपा ने भाजपा पर निशाना साधा है। प्रसपा के प्रवक्ता दीपक मिश्र ने कहा कि सरकार अगर यह सोचती है कि सुरक्षा में कटौती कर या डरा-धमका कर शिवपाल सिंह यादव के रवैये में कोई बदलाव ला देगी, तो यह सरकार की भूल है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा कम किए जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता।
उल्लेखनीय है कि शिवपाल यादव, हाल ही में एक बार फिर समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ नज़र आ रहे हैं। वह 5 दिसम्बर 2022 को होने वाले मैनपुरी उपचुनाव में अपनी बहू और सपा उम्मीदवार डिंपल यादव के समर्थन में घर-घर प्रचार कर रहे हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा में कटौती को सियासी गलियारों में मैनपुरी उपचुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। दीपक मिश्रा ने यहां तक कहा कि सरकार को शायद यह याद नहीं कि शिवपाल बसपा के शासनकाल में भी उत्पीड़न झेल चुके हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सुरक्षा में कटौती के संबंध में सरकार की ओर से जानकारी दी गई है कि 25 नवम्बर 2022 को राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति की बैठक में समीक्षा हुई। बैठक में पाया गया कि शिवपाल सिंह यादव को अब Z श्रेणी की सुरक्षा की आवश्यकता नहीं है, इसलिए उनकी सुरक्षा घटा दी गई है। यानि शिवपाल सिंह यादव के साथ चलने वाली फ्लीट और सुरक्षा कर्मियों की तादाद में एक श्रेणी की कमी कर दी गई है।