नेपाल की संसद के सामने खुद को आग लगाने वाले 37 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई है। बता दें कि शख्स ने 24 जनवरी को संसद के सामने खुद को आग लगा दी थी, जिसके बाद उसे तुंरत अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि उसका इलाज चल रहा था लेकिन शरीर काफी ज्यादा झुलस जाने के कारण उसकी मौत हो गई।

संसद के बाहर डीजल डालकर की आत्महत्या
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, इलाम जिले के व्यवसायी प्रेम प्रसाद आचार्य ने अपने ऊपर डीजल उड़ेल लिया और खुद को आग लगा ली। उस दौरान देश के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल का काफिला संसद से बाहर आ रहा था।
80 प्रतिशत झुलस गया था शरीर
अस्पताल से डॉ. किरण नकर्मी ने समाचार एजेंसी से पुष्टि करते हुए कहा, ‘झुलसी चोटों के कारण शख्स की मौत हुई और वह 80 प्रतिशत तक जल चुका था।’ बता दें कि नेपाल में सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि शख्स आग की लपटों से घिरा हुआ है और आसपास के लोग आग बुझाने का प्रयास कर रहे है। आग बुझाने के बाद शख्स को कीर्तिपुर के स्किन बर्न अस्पताल में भर्ती कराया गया।
वित्तीय और मानसिक स्थिती नहीं थी ठीक
बता दें कि प्रेम प्रसाद आचार्य ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर वर्षों से झेल रहे वित्तीय और मानसिक बीमारी के बारे में पोस्ट किया था। इस लंबे पोस्ट में उन्होंने अपने जीवन को समाप्त करने के इरादे को लेकर भी उल्लेख किया था। अब सोशल मीडिया पर उसका ये पोस्ट भी काफी वायरल हो रहा है।
क्या लिखा था पोस्ट में?
प्रेम प्रसाद आचार्य ने अपने पोस्ट में लिखा था कि परिस्थितियां उसके लिए हमेशा प्रतिकूल थीं, जिसके कारण उसने यह बड़ा कदम उठाया। उन्होंने अपने पोस्ट में ये भी उल्लेख किया कि पहले भी उसने मरने के कई प्रयास किए लेकिन असफल रहे। नेपाल सरकार ने घटना के संबंध में अब तक कोई बयान नहीं दिया है। वहीं, सोशल मीडिया पर कई यूजर्स उनके सामने हुई घटना पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठा रहे है।
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