पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ का लंबी बीमारी के बाद रविवार को दुबई में निधन हो गया है। उनके शव को दफनाने के लिए पाकिस्तान लाया जाएगा। दुबई स्थित देश के महावाणिज्य दूतावास ने उनके शव को वापस पाकिस्तान भेजने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) जारी किया है। 79 साल के मुशर्रफ 2016 से ही संयुक्त अरब अमीरात में थे। उनका दुबई स्थित अमेरिकी अस्पताल में एमाइलॉयडोसिस नामक बिमारी का इलाज चल रहा था।

पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो न्यूज ने बताया कि मुशर्रफ के परिवार ने उनके शव को पाकिस्तान ले जाने के लिए दुबई में पाकिस्तानी वाणिज्य दूतावास में एक आवेदन दायर किया है। चैनल के मुताबिक, मुशर्रफ के पार्थिव शरीर को दफनाने के लिए वापस पाकिस्तान लाने के लिए एक विशेष सैन्य विमान नूर खान एयरबेस से दुबई के लिए उड़ान भरेगा। हालांकि चैनल ने इस बारे में कोई अन्य जानकारी नहीं दी है।
दुबई की अंग्रेजी अखबार खलीज टाइम्स ने बताया कि दुबई में पाकिस्तान के महावाणिज्य दूतावास ने मुशर्रफ के पार्थिव शरीर को पाकिस्तान वापस भेजने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी किया है। अंग्रेजी अखबार ने महावाणिज्यदूत हसन अफजल खान के हवाले से कहा, “हम परिवार के साथ संपर्क में हैं और वाणिज्य दूतावास हर संभव मदद करेगा, वाणिज्य दूतावास ने अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया है।”
मालूम हो कि मुशर्रफ ने पाकिस्तान पर साल 1999 से 2008 तक शासन किया था। जब वह पाकिस्तान के आर्मी चीफ थे। उस दौरान उन्होंने भारत के खिलाफ कई साजिशें रची थीं। वह साल 1965 और 1971 के पाक-भारत युद्धों में लड़ने वाले सेना जनरलों में से भी एक थे। मुशर्रफ अमाइलॉइडोसिस (Amyloidosis) नामक बिमारी से पीड़ित थे। उनके परिवार के मुताबिक, उनके शरीर का कई अंग काम नहीं कर रहे थे। पूर्व सैन्य शासक इलाज कराने के लिए मार्च 2016 में देश छोड़कर दुबई चले गए थे।
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