कोयंबटूर कार ब्लास्ट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) एक्टिव है। एनआईए की टीम तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में कई ठिकानों पर छापामारी कर रही है। जानकारी के मुताबिक, एनआईए अधिकारियों ने 60 ठिकानों की तलाशी ली है।

बताया जा रहा है कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएसआईएस से संबंध रखने वाले संदिग्धों को पकड़ने के लिए ये छापामारी की गई है।
क्या है कोयंबटूर कार ब्लास्ट केस?
गौरतलब है कि बीते साल दीपावली से ठीक एक दिन पहले कोयंबटूर के संगमेश्वर मंदिर के सामने कार में सिलेंडर ब्लास्ट हुआ था। धमाके में 25 वर्षीय जमेशा मुबीन की मौत हो गई थी। जांच में पता चला कि जमेशा अपने अन्य साथियों के साथ दक्षिण भारत के कई इलाकों में बम धमाके की साजिश रच रहा था।
भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद
पुलिस को उसके घर से भारी मात्रा में विस्फोटक मिला था। तलाशी के दौरान कोयंबटूर रेलवे स्टेशन का नक्शा, सिटी पुलिस कमिश्नर ऑफिस, कोयंबटूर कलेक्टरेट, रेस कोर्स और विक्टोरिया हाल के रोडमैप मिले थे। पुलिस का ये भी कहना था कि जमेशा आईएसआईएस के साथ संपर्क में था।
मंगलुरु में ऑटो रिक्शा में प्रेशर कुकर बम धमाका
कर्नाटक के मंगलुरु में बीते साल अक्टूबर में एक ऑटो रिक्शा में प्रेशर कुकर बम धमाका हुआ था। धमाके में आरोपी मोहम्मद शारिक भी घायल हुआ था। कई मामलों में आरोपी शारिक लंबे समय से फरार चल रहा था। जांच में पता चला कि शारिक आरएसएस से जुड़े संगठनों द्वारा आयोजित बच्चों के कार्यक्रम में धमाके की फिराक में था।
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