चित्रकूट जेल में अब्बास अंसारी प्रकरण के बाद इस तरह के बंदियों की मुलाकात व्यवस्था में बदलाव किया गया है। प्रशासनिक आधार पर स्थानांतरित किए गए बंदियों से मुलाकात करने वालों का अलग से रजिस्टर बनेगा। जिसमें मुलाकाती का फोटो भी चस्पा किया जाएगा।

ये बंदी है फिलहाल
केंद्रीय कारागार में वर्तमान में भदोही के पूर्व विधायक विजय मिश्रा, हमीरपुर के पूर्व विधायक अशोक सिंह, औरेया के पूर्व विधान परिषद सदस्य कमलेश पाठक, जौनपुर का राहुल सिंह, प्रयागराज का जुल्फिकार समेत 10 बंदी निरूद्ध हैं। यह सभी प्रशासनिक आधार पर स्थानांतरित किए गए हैं। पुलिस महानिदेशक कारागार ने ऐसे बंदियाें की मुलाकात को लेकर विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
ये रहेगी मुलाकात की व्यवस्था
- तीन स्तरीय तलाशी की व्यवस्था की गई है। कारागार के मुख्य गेट, अंदर प्रवेश करने पर दोनों गेट के बीच तलाशी होगी। मुलाकात के बाद बैरक में आते समय सर्किल के गेट पर तलाशी होगी।
- अन्य बंदियों की सामान्य मुलाकात से पहले या बाद में मुलाकात होगी।
- मुलाकात डिप्टी जेलर की उपस्थिति में होगी। जिसकी सूचना स्थानीय गुप्तचर इकाई को भी दी जाएगी।
- मुलाकात अधिकतम 30 मिनट की होगी।
- जिस बंदी की मुलाकात करानी है, उसे पहले बुला लिया जाएगा। मुलाकाती को उसके बाद बुलाया जाएगा।
प्रशासनिक आधार पर पर स्थानांतरित किए गए बंदियों की मुलाकात व्यवस्था में बदलाव किया गया है। इन बंदियों की मुलाकात अब सामान्य मुलाकात के दौरान नहीं होगी। उनके लिए अलग से मुलाकाती रजिस्टर बनेगा। जिसमें मुलाकाती का फोटो भी चस्पा किया जाएगा।
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