ईडी ने सोने और चांदी के आभूषण समेत बड़ी मात्रा में भारतीय मुद्रा जब्त की है, जिनकी कुल कीमत 315 करोड़ रुपये आंकी गई है। इनके साथ ही कई बेनामी संपत्तियों को भी कुर्क किया गया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में एनसीपी के पूर्व सांसद की 315 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है। ईडी ने विभिन्न शहरों में मौजूद 70 संपत्तियों को जब्त किया है। मामला बैंक धोखाधड़ी से जुड़ा हुआ है। ईडी ने बताया कि धन शोधन रोकथाम अधिनियम के तहत एनसीपी के पूर्व राज्यसभा सांसद ईश्वरलाल शंकरलाल जैन लालवानी की संपत्तियां जब्त की गई हैं।
70 संपत्तियां की जब्त बता दें कि लालवानी राजमल लखीचंद ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड, आरएल गोल्ड प्राइवेट लिमिटेड और मनराज ज्वैलर्स और अन्य के प्रमोटर हैं। ईडी ने जलगांव, मुंबई, थाणे, सिलोड और कच्छ में मौजूद लालवानी और उनकी कंपनियों से जुड़ी संपत्ति को कुर्क किया। जो संपत्तियां जब्त की गई हैं, उनमें सोने और चांदी के आभूषण समेत बड़ी मात्रा में भारतीय मुद्रा जब्त की गई है, जिनकी कुल कीमत 315 करोड़ रुपये आंकी गई है। इनके साथ ही कई बेनामी संपत्तियों को भी कुर्क किया गया है।
धन शोधन रोकथाम अधिनियम मामले में सीबीआई ने तीन एफआईआर दर्ज की है। सीबीआई का आरोप है कि इन कंपनियों को प्रमोटर्स की गड़बड़ी की वजह से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को 352 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। ईडी ने आरोप लगाया कि प्रमोटर्स ने फर्जी आर्थिक दस्तावेजों की मदद से लोन लिया और खातों में हेरा-फेरा की। साथ ही आरोपियों ने पैसे को रियल एस्टेट संपत्तियों में निवेश किया। ईडी ने इस मामले में अगस्त महीने में भी छापेमारी की थी।
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