भालू के हमले से निजमुला घाटी के ग्रामीणों में दहशत है। एक हफ्ते में भालू ने तीसरी बार हमला किया है। 35 साल के आनंद सिंह सूखी लकड़ी लेने गांव के समीप के जंगल में गए थे जहां से लौटते वक्त अचानक भालू ने उन पर हमला कर दिया। निजमुला घाटी के ईराणी गांव में लकड़ी लेने जंगल गए एक व्यक्ति पर भालू ने हमला कर उसे बुरी तरह से घायल कर दिया। ग्रामीण उन्हें कुर्सी पर बैठाकर करीब चार किमी पैदल चले इसके बाद उन्हें अस्पताल में 108 सेवा वाहन की मदद से उसे जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में भर्ती किया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उन्हें हायर सेंटर बेस अस्पताल श्रीकोट (श्रीनगर) भेज दिया है। ग्राम प्रधान मोहन सिंह नेगी ने बताया कि ग्रामीण आनंद सिंह (35) शनिवार शाम को सूखी लकड़ी लेने गांव के समीप के जंगल में गया था। जब वह वहां से लौट रहा था तो अचानक भालू ने उस पर हमला कर दिया। आनंद भी हिम्मत दिखाते हुए भालू से भिड़ गए।
रात को ही कुर्सी पर बैठाकर लाए अस्पताल करीब 10 मिनट तक दोनों के बीच संघर्ष चलता रहा। आनंद के शोर मचाने पर भालू भाग गया। हमले में आनंद बुरी तरह घायल हो गए। आनंद ने अपने मोबाइल से पत्नी और फिर ग्रामीण राजवीर सिंह को फोन कर घटना की जानकारी दी। जिसके बाद ग्रामीण जंगल गए और रात करीब आठ बजे उन्हें गांव तक लाए। गांव से सड़क की दूरी अधिक होने के कारण ग्रामीणों ने उन्हें रात को ही कुर्सी पर बैठाकर चार किलोमीटर पैदल चलकर भेलताना तक पहुंचाया।
यहां से 108 सेवा वाहन की मदद से रात करीब दो बजे जिला अस्पताल गोपेश्वर पहुंचाया गया। आनंद सिंह के चेहरे, हाथ, पांव और सिर पर भालू के नाखूनों के गहरे निशान पड़ गए हैं, जिससे काफी खून बह गया है।
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