सिल्क्यारा टनल में फंसे 41 लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारतीय सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। रेस्क्यू कार्य के आज 14वां दिन है। रेस्क्यू कार्य में कई अवरोध आ रहे हैं। देश विदेश से बचाव कार्य के लिए मंगाई जाने वाली मशीनों को सिल्क्यारा टनल तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे बार-बार रेस्क्यू कार्य को रोकना पड़ रहा है। यही कारण है कि अब बचाव कार्य को गति देने के लिए भारतीय सेना के इंजिनियरों को लगा दिया गया है।
ऑगर मशीन में खराबी आने के बाद ONGC ने होरिजेंटल ड्रिलिंग के लिए नरसिंहपुर से मैग्ना कटर मशीन मगाई है। यह मशीन चार हजार डिग्री सेल्सियस तक तापमान पैदा करती है। फिलहाल प्लाज्मा कटर से ऑगर मशीन से बेकार हिस्से को काट कर निकाला जा रहा है। जरूरत पड़ने पर मैग्ना कटर मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा। वहीं, मैन्युअल ड्रिलिंग के लिए विशेष कंपनी के लोगों को बुलाया गया है।
मैनुअल ड्रिलिंग की जिम्मेदारी आर्मी के इंजीनियरिंग टीम को
सिल्क्यारा सुरंग में सभी श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए मैन्युअल ड्रिलिंग की तैयारी की जा रही है। इसके लिए टनल में फंसे ऑगर मशीन के कलपुर्जों को काटकर निकाला जा रहा है। मैन्युअल ड्रिलिंग की जिम्मेदारी आर्मी के इंजीनियरिंग टीम को दी गई है।
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