भारतीय ज्ञान पद्धति पर दिल्ली में दो दिवसीय अतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित होने जा रहा। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) की ओर से 4-5 दिसम्बर को आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में 39 देशों के 85 वरिष्ठ शिक्षाविद हिस्सा लेंगे और भारतीय भाषा संस्कृत, हिंदी, योग, शास्त्रीय संगीत और आयुर्वेद जैसे अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करेंगे। इस सम्मेलन के माध्यम से विदेशी विद्वानों का ध्यान भारतीय ज्ञान पद्धति की तरफ आकर्षित करना उद्देश्य है।
आईसीसीआर के अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्रबुद्धे ने मंगलवार को एक प्रेस कॉनफ्रेंस के माध्यम से बताया कि होटल पार्क में सुबह 10 बजे से सम्मेलन शुरू होगा, जिसे ज्ञान भारती नाम दिया है। इसमें भारतीय भाषा, विज्ञान, आयुर्वेद विशेषज्ञ, आईआईएम समेत दुनियाभर की दर्जनों विश्वविद्यालयों के विद्वान शामिल होंगे। दुनियाभर में भारतीय ज्ञान पद्धति के प्रचार प्रसार को लेकर आने वाली चुनौतियों और इसके समाधान पर चर्चा करेंगे। केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी इस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगी। दोनों चर्चा में भी भाग लेंगे।
इसके अलावा केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान भी सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसके अलावा केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय, आयुष मंत्रालय, शिक्षा और संस्कृति मंत्रालय, आयुर्वेद औषधि निर्माण संस्थान, भारतीय पुस्तक प्रकाशन संघ, फिक्की, सीआईआई समेत दूसरे कई महत्वपूर्ण संस्थान सम्मेलन में भागीदारी निभाएंगे। हरिद्वार का देव संस्कृति विद्यालय सम्मेलन में नॉलेज पार्टनर की भूमिका निभाएगा। तमाम देशों के शैक्षणिक संस्थानों के विभागाध्यक्ष इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इसमें यूरोप, अमेरिका, रूस और मध्य एशिया के कई देशों के विद्वान शामिल रहेंगे। डॉ विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि आईसीसीआर इस सम्मेलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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