चाचा वीरेंद्र का कहना है कि घर में छह से अधिक पशु बंधे थे। अक्सर बच्चे वहां खेलते रहते थे। ऐसा कभी नहीं हुआ। नाक-मुंह और शरीर गोबर से ढक जाने से मासूम की मौत हुई है।
महोबा जिले में कोतवाली कुलपहाड़ के सतारी गांव में दम घुटने से मासूम की मौत का अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। मकान के आंगन में जिस स्थान पर पशु बंधे थे वहां काम करते समय मां ने अपने छह माह के बेटे को झूले पर लिटा दिया।
इस दौरान भैंस ने मासूम के ऊपर गोबर कर दिया। दम घुटने से बच्चे की मौत हो गई। सतारी गांव निवासी मुकेश यादव पशुपालन का काम करता है। मकान बड़ा होने के चलते वह आंगन में ही पशुओं को बांधता है। मंगलवार की देर शाम उसकी पत्नी निकता पशुओं को भूसा चारा डाल रही थी।
छह माह के मासूम बेटे आयुष के रोने पर उसने उसे झूले में लिटा दिया और पशुओं के पास ही झूला खिसका लिया। इस दौरान वह अपने काम में व्यस्त हो गई। तभी एक भैंस ने झूले के ऊपर गोबर कर दिया। मुंह के ऊपर गोबर गिरने से मासूम की हालत बिगड़ गई।
परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए ही घर ले गए शव
गोबर गिरने के आधा घंटे बाद जब मां ने उसे देखा तो मासूम अचेत था। गंभीर हालत में परिजन उसे जिला अस्पताल लाए, जहां उसकी मौत हो गई। परिजन शव का पोस्टमार्टम कराए बगैर ही घर ले गए। चाचा वीरेंद्र का कहना है कि घर में छह से अधिक पशु बंधे थे।
नाक-मुंह और शरीर गोबर से ढक जाने से हुई मौत
अक्सर बच्चे वहां खेलते रहते थे। ऐसा कभी नहीं हुआ। नाक-मुंह और शरीर गोबर से ढक जाने से मासूम की मौत हुई है। घटना से परिजनों में मातम छा गया। वहीं, पुलिस का कहना है कि बच्चे की मौत होने की कोई सूचना नहीं मिली है, पता कराया जा रहा है।
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