मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, एसएसबी से प्रशिक्षित गुरिल्ला स्वयं सेवकों की मदद के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजकर आग्रह किया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न विभागों में गुरिल्ला स्वयं सेवकों को आजीविका से जोड़ने के लिए प्रयास किए जाएंगे।
इस संबंध में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए। बुधवार को मुख्यमंत्री ने सचिवालय में प्रशिक्षित एसएसबी गुरिल्लाओं की समस्याओं को सुना। बैठक में विभिन्न जिलों से गुरिल्ला स्वयं सेवक वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे। बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गुरिल्ला स्वयं सेवकों की जिन समस्याओं का शीघ्र समाधान हो सकता है, वे किए जाएं।
इसके अलावा वाइब्रेंट विलेज योजना, निजी सुरक्षा एजेंसियों में सुरक्षा कर्मी, होमगार्ड में प्रशिक्षक, फॉरेस्ट फायर वॉचर, पुलिस विभाग के तहत ग्राम चौकीदार, लोक निर्माण विभाग में विभिन्न कार्यों, वन विभाग की विभिन्न योजनाओं एवं अन्य क्षेत्रों में गुरिल्ला स्वयं सेवकों की सेवाओं का लाभ कैसे लिया जा सकता है, इस दिशा में ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री धामी ने अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को निर्देश दिए कि संबंधित विभागों की ओर से राज्य के प्रशिक्षित गुरिल्ला स्वयं सेवकों को आजीविका से जोड़ने और उनके प्रशिक्षण का लाभ राज्य को भी मिल सके, इस दिशा में जो भी कार्रवाई की जा सकती है, इसके अनुपालन में समय-समय पर बैठक ली जाए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनंद बर्द्धन, कार्यवाहक डीजीपी अभिनव कुमार, कमांडेंट जनरल होमगार्ड केवल खुराना, डीआईजी एवं अपर सचिव गृह निवेदिता कुकरेती, अपर सचिव विनीत कुमार, ललित मोहन रयाल, अतर सिंह संबंधित विभागीय अधिकारी और वर्चुअल माध्यम से एसएसबी द्वारा प्रशिक्षित गुरिल्ला स्वयंसेवक उपस्थित थे।
Fark India | National Hindi Magazine Hindi Magazine and Information Portal