कानपुर में एसटीएफ ने गुरुवार को पेट्रोलियम कंपनी और शराब कंपनियों को लाखों का चूना लगाने वाले गैंग का खुलासा किया है। यह गैंग पेट्रोलियम कंपनी से निकलने वाले टैंकरों के ड्राइवरों से सांठगांठ कर डीजल-पेट्रोल और एथेनॉल चोरी करके बेच देता था। एसटीएफ और सचेंडी पुलिस ने किसाननगर से छह शातिरों को गिरफ्तार किया है।
इनके पास से भारी मात्रा में डीजल व एथेनॉल भी बरामद हुआ है। शातिर मास्टर चाभी से टैंकर का लॉक खोलकर वारदात को अंजाम देते थे। पनकी स्थित पेट्रोलियम कंपनी से टैंकरों से डीजल व पेट्रोल चुराकर कानपुर ही नहीं आसपास के कई जिलों के पेट्रोल पंपों में बेचा जाता था।
एथेनॉल भी वाया कानपुर उन्नाव, नोएडा व दिल्ली समेत देश और प्रदेश भेजा जाता था। गुरुवार रात सटीक सूचना पर एसटीएफ की टीम ने सचेंडी थाना क्षेत्र के किसाननगर में दबिश देकर इस खेल का पर्दाफाश किया। सूत्रों की मानें तो काले तेल की बिक्री के आड़ में एथेनॉल बेचने वाले छह लोगों को एसटीएफ व सचेंडी पुलिस ने दबोच लिया।
काले तेल के आड़ में सप्लाई करता था एथेनॉल
मौके से डीजल से भरा एक टैंकर और भारी मात्रा में एथेनॉल बरामद किया है। फजलगंज का एक तेल व्यापारी काले तेल के आड़ में लखनऊ एथेनॉल सप्लाई करता था। पुलिस अधिकारियों ने शराब बनाने में प्रयोग होने के एथेनॉल की जांच के लिए आबकारी विभाग की टीम को बुलाया है।
शुक्रवार को खुलासा करेगी पुलिस
सूत्रों के मुताबिक मामले में मनजीत नाम के एक शख्स का नाम सामने आया। एसटीएफ ने मनजीत को उठाया और उसकी निशानदेही पर किसाननगर स्थित बाड़े से विजय व संजय समेत पांच लोगों को पकड़ा है। हालांकि पुलिस शुक्रवार को खुलासा करेगी।
डुप्लीकेट शराब बनाने वालों को बेचा जाता था एथेनॉल
शातिर टैंकरों के लॉक मास्टर चाभी से खोलकर एथेनॉल तीन पांच सौ लीटर कर चुराकर डिब्बों में भर लेते थे। इसके बाद उसे डुप्लीकेट शराब बनाने वालों को ऊंचे दाम में बेचते थे। पुलिस पकड़े लोगों से पूछताछ कर उन लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है, जिन्हें चोरी का एथेनॉल बरामद किया है।
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