लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व चैती छठ पूजा की शुरुआत नहाय खाय से हो गई है। पटना के गांधी घाट पर बड़ी संख्या में छठ करने वाले व्रतियों की भीड़ देखी गई। जिला प्रशासन की ओर से आज 12 अप्रैल से 15 अप्रैल पारण करने तक सुरक्षा की व्यापक इंतजाम किए गए हैं। वही छठ व्रती ने कहा इस पर्व करने से मनोवांछित फल मिलती है।
छठ महापर्व 12 अप्रैल से नहाए खाय के साथ शुरू हुआ है। वहीं 13 अप्रैल को खरना 14 को अस्ताचलगामी अर्घ्य व 15 अप्रैल को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और पारण के साथ छठ महापर्व संपन्न हो जाएगा। छठ महापर्व में नहाय-खाय व खरना का व्रत का विशेष महत्व है। इधर, भागलपुर के विभिन्न घाटों पर भी चैती छठ पर भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए राहत एवं बचाव कार्य हेतु गोताखोर एवं आपदा मित्र की प्रतिनियुक्ति की गई है।
बता दें कि साल में दो बार छठ का पर्व मनाया जाता है। पहला चैत्र मास में और दूसरे कार्तिक मास में। हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठि तिथि को छठ पर्व मनाने का कार्तिक मास की छठ से अधिक महत्व है।
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