उत्तराखंड वन विभाग ने जंगल की आग पर काबू पाने में लापरवाही बरतने पर 17 कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। 17 कर्मचारियों में से 11 को निलंबित कर दिया गया है। सचिवालय में वनाग्नि नियंत्रण के संबंध में पूर्व में दिए गए निर्देशों की समीक्षा करते हुए लापरवाही बरतने वाले वन विभाग के 17 अधिकारियों/कार्मिकों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, प्रदेश सरकार जंगल में आग लगाने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करेगी। वन विभाग एवं स्थानीय लोगों के सहयोग से काफ़ी हद तक वनाग्नि पर काबू पाया जा चुका है और जल्द ही हम जंगल की आग को पूरी तरह बुझाने में कामयाब होंगे।
बैठक के दौरान फायर स्टेशनों पर वनाग्नि की सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई करने और इसकी तत्काल सूचना डीएफओ, सीसीएफ,पीसीसीएफ के कंट्रोल रूम में दिए जाने की व्यवस्था को मजबूत करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। जंगल की आग को कम करने के उद्देश्य से पिरूल को एकत्रित करने के लिए ‘पिरूल लाओ-पैसे पाओ’ मिशन को शुरू करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
जंगल में आग लगाने वालों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, प्रदेश सरकार जंगल में आग लगाने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करेगी। वनाग्नि पर काबू पाने के लिए हर मोर्चे पर कार्य हो रहा है। कहा, सेना की सहायता लेने के साथ ही अधिकारियों को भी ग्राउंड जीरो पर जाकर आग पर नियंत्रण पाने के निर्देश दिए गए हैं।
कहा, जंगल की आग हमारे लिए बड़ी चुनौती है। आग बुझाने के लिए सभी विकल्प पर हम काम कर रहे हैं।
इसके बाद मुख्यमंत्री चारधाम यात्रा की तैयारियों को परखने के लिए रुद्रप्रयाग पहुंचे। उन्होंने कलक्ट्रेट सभागार में चारधाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक की। इसके बाद वह अगस्त्यमुनि व गिवाड़ी में चारधाम यात्रा कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करने का भी कार्यक्रम है। वह वनाग्नि प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी करेंगे।
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