प्रदेश सरकार की ओर से महाकुंभ-2025 में आने वाले श्रद्धालुओं को विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए18 परियोजनाओं पर करीब 125 करोड़ रुपये खर्च होंगे।मेला क्षेत्र में 43 अस्थायी अस्पताल बनाए जाएंगे, जबकि शहर के चार अस्पतालों में 305 बेड आरक्षित किए जाएंगे। आकस्मिक सेवाओं के लिए 24 घंटे डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ तैनात रहेंगे।
अपर निदेशक (स्वास्थ्य)डॉ. राकेश शर्मा ने बताया कि मोती लाल नेहरू चिकित्सालय (कॉल्विन), तेज बहादुर सप्रू (बेली) अस्पताल, राजकीय क्षय रोग चिकित्सालय टेलियरगंज और जिला महिला चिकित्सालय (डफरिन) को उच्चीकृत करने पर 28 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। यहां श्रद्धालुओं के लिए 305 बेड आरक्षित रहेंगे।
डफरिन अस्पताल में महिला श्रद्धालुओं के लिए 50 बेड आरक्षित हैं। 125 रोड एंबुलेंस, 20 रिवर एंबुलेंस और 1 एयर एंबुलेंस भी तैनात रहेगी। संयुक्त निदेशक डॉ. विवेक कुमार मिश्रा ने बताया कि मेला क्षेत्र में 380 बेड के 43 अस्थायी अस्पताल बनाए जा रहे हैं। मेला क्षेत्र में वेक्टर जनित रोगों पर अंकुश लगाने के लिए 10 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे। कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि 407 डॉक्टर्स, 182 नर्सिंग स्टाफ, 150 वार्ड ब्वाय, 354 फार्मासिस्ट और 60 लैब टेक्नीशियन की तैनाती की जाएगी। सेंट्रल अस्पताल में लेबर रूम की स्थापना की जा रही है।
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