प्रदेश में पशुओं को अब शाम छह बजे के बाद भी आकस्मिक उपचार मिलेगा। पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने मोबाइल वैटनरी यूनिट के कॉल सेंटर का औचक निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को इसके निर्देश दिए।
विभागीय मंत्री ने कहा, पशुपालकों की समस्याओं का निपटारा न करने वाले अधिकारियों को चेतावनी नोटिस जारी किया जाएगा। पशुपालन मंत्री ने मोथरोवाला स्थित मोबाइल वैटनरी यूनिट (1962) के कॉल सेंटर और प्रशासनिक भवन का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विभागीय मंत्री ने पौड़ी, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, चमोली, अल्मोड़ा, नैनीताल के विभिन्न पशुपालकों से मोबाइल वैटनरी सेवा के संबंध में जानकारी ली।
पौड़ी के गजपाल, अल्मोड़ा के उमेश सिंह, रुद्रप्रयाग के वासुदेव व रचना, बागेश्वर के लक्ष्मण सिंह और नैनीताल के देवेंद्र ने विभागीय सेवा के बारे में बताया। पशुपालक वासुदेव ने बताया, घर के पास रास्ता बंद होने से 1962 चिकित्सा टीम नहीं पहुंची। जोशीमठ के पशुपालक लक्की नेगी ने बताया, रात के समय आपातकालीन सेवा मुहैया नहीं हो पा रही है। इस पर मंत्री ने निदेशक नीरज सिंघल को पशुओं के इलाज के लिए टीम भेजने के निर्देश दिए।
उधर, पशुपालन विभाग के निदेशक नीरज सिंघल ने बताया, कॉल सेंटर को यदि शाम छह बजे के बाद किसी पशु के घायल होने या फिर किसी अन्य आकस्मिक सेवा के लिए सूचना मिलती है, तो ऐसे में चिकित्सा टीम को मौके पर भेजकर उपचार किया जाएगा।
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