ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक शहर अल्मोड़ा को अतीत के आईने में देखें तो यह स्वतंत्रता संग्राम का केंद्र बिंदु रहा है। महात्मा गांधी ने 1929 में अल्मोड़ा, उत्तराखंड के लक्ष्मेश्वर में एक जनसभा को संबोधित किया था। यह सभा स्वतंत्रता संग्राम के दौरान आयोजित की गई थी और इसमें बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
गांधी जी ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान इस सभा में अहिंसा, स्वराज और सामाजिक सुधारों पर जोर दिया। उन्होंने देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि वे विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार करें और खादी को अपनाएं। वहीं इस जनसभा का उद्देश्य लोगों को स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करना था। अल्मोड़ा का यह दौरा गांधी जी के व्यापक उत्तराखंड यात्रा का हिस्सा था, जिसमें उन्होंने विभिन्न स्थानों पर जाकर जनसभाएं की और लोगों को स्वतंत्रता संग्राम के प्रति जागरूक किया।
बता दें कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान उत्तराखंड के कुमाऊं का अल्मोड़ा केंद्र बिंदु बना। जिले के खुमाड़ सालम देघाट में आंदोलन के दौरान आठ क्रांतिकारियों ने अपना बलिदान दिया। इसके अतिरिक्त सैकड़ों लोग घायल हुए। इन वीर सपूतों के अदम्य साहस व बलिदान से देश को आजादी मिली।
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