गोपेश्वरः बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को शनिवार को चमोली और नंदप्रयाग के बीच दूसरे दिन भी बंद रखा गया, जबकि भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से आए मलबे को हटाने के प्रयास जारी हैं।
उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में रातभर हुई भारी बारिश के बाद शुक्रवार को रुद्रप्रयाग जिले में भूस्खलन में नेपाल के चार मजदूरों की मौत हो गई और हरिद्वार जिले में एक व्यक्ति गंगा में बह गया। केदारनाथ और यमुनोत्री जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग भी भूस्खलन के कारण अवरुद्ध रहे। जिला आपदा प्रबंधन केंद्र ने बताया कि हिमालयी मंदिर केदारनाथ की ओर जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग चमोली और कर्णप्रयाग के बीच पुरसारी एवं नंदप्रयाग में मलबा आने के कारण यातायात के लिए अवरुद्ध हो गया है।
वहीं बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग ऋषिकेश और नंदप्रयाग के बीच यातायात के लिए खुला है। हल्के वाहन वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करके नंदप्रयाग से चमोली की ओर आ-जा रहे हैं। रुद्रप्रयाग और गुप्तकाशी के बीच कुंड में पुल क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण केदारनाथ राजमार्ग बंद है। रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन केंद्र ने बताया कि वाहन वैकल्पिक मार्ग से गुप्तकाशी पहुंच रहे हैं। इसमें कहा गया है कि जहां नेपाल के चार श्रमिकों की मौत हुई थी, फाटा गांव के पास की सड़क को फिर से खोल दिया गया है।
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