एपस्टीन फाइल्स को लेकर अमेरिका में सियासी संग्राम छिड़ गया है। ट्रंप से जुड़े खुलासे के बाद लोगों का गुस्सा भी भड़क उठा है। हालांकि, अमेरिका के न्यायिक विभाग ने ट्रंप पर किए गए सभी दावों को झूठा करार दिया है। न्यायिक विभाग का कहना है कि एपस्टीन फाइल्स में ट्रंप के बारे में झूठ और सनसनीखेज दावे शामिल हैं। यह सभी दावे 2020 के चुनाव से पहले FBI को सौंपे गए थे।
अमेरिका के न्यायिक विभाग ने अब तक एपस्टीन फाइल्स से जुड़े 30,000 से ज्यादा दस्तावेज सार्वजनिक किए हैं। इन फाइलों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का भी जिक्र है। एपस्टीन फाइल्स के अनुसार, ट्रंप ने 1990 के दशक में जेफरी एपस्टीन के प्राइवेट जेट में यात्रा की थी।
FBI की रिपोर्ट में क्या हुआ था खुलासा?
FBI ने 27 अक्टूबर 2020 को एक रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें पूर्व लिमोसिन ड्राइवर का बयान दर्ज था। इस बयान में ड्राइवर ने ट्रंप और एपस्टीन के बीच हुई 1995 की एक फोन कॉल का जिक्र किया था। ड्राइवर का दावा था कि उसने दोनों की बातचीत छिपकर सुनी थी।
रिपोर्ट में लगे आरोपों के अनुसार, एक अनजान महिला ने ट्रंप से कहा था, “उसने मेरा बलात्कार किया है।” ड्राइवर ने बताया, महिला ने बाद में पुलिस से संपर्क किया और 2000 में उसने आत्महत्या कर ली।
न्यायिक विभाग ने दी प्रतिक्रिया
अमेरिका के न्यायिक विभाग ने मंगलवार को बयान जारी करते हुए कहा कि कुछ दस्तावेजों में राष्ट्रपति ट्रंप पर लगे कई आरोप झूठे हैं। यह आरोप निराधार हैं। अगर इनमें थोड़ी भी सच्चाई होती, तो अब तक ट्रंप के खिलाफ इसका इस्तेमाल हो चुका होता।
ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने भी एपस्टीन फाइल्स से जुड़े किसी भी गलत काम में शामिल होने से साफ इनकार किया है। ट्रंप का कहना है कि विपक्षी दल अमेरिका की सफलता से लोगों का ध्यान भटकाना चाहता है। यही वजह है एपस्टीन के मुद्दे को उछाला जा रहा है। ट्रंप ने दावा किया है कि 2019 में जेफरी एपस्टीन की गिरफ्तारी से पहले ही उन्होंने सारे संबंध तोड़ लिए थे।
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