लंदन. ‘जी-7’ समूह के नेताओं ने मंगलवार को डिजिटल तरीके से आपातकालीन बैठक के बाद एक संयुक्त बयान में कहा कि अफगानिस्तान से विदेशियों और अफगान भागीदारों की सुरक्षित निकासी तत्काल प्राथमिकता बनी हुई है. जी-7 के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में बैठक की अध्यक्षता करते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने वार्ता के बाद संवाददाताओं से कहा कि नेताओं ने तालिबानके साथ भविष्य में भागीदारी के लिए एक ‘खाके’ पर सहमति व्यक्त की.
संयुक्त बयान में यह संकेत दिया गया है कि अमेरिकी नेतृत्व वाले नाटो सैनिकों को 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से निकालने की समय सीमा टूट सकती है. जॉनसन ने कहा कि जी-7 के सदस्यों की शर्त है कि तालिबान को यह गारंटी देनी होगी कि जो लोग समय सीमा के बाद देश से निकलना चाहते हैं उन्हें सुरक्षित निकासी दी जाए.
जॉनसन, फ्रांस और जर्मनी के साथ, तालिबान के साथ समय सीमा के विस्तार पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से आग्रह कर सकते हैं. हालांकि, अमेरिकी मीडिया की खबरों में कहा गया है कि बाइडन महीने के अंत तक वापसी पर दृढ़ हैं.
संयुक्त बयान में कहा गया, ‘‘अभी हमारी प्राथमिकता हमारे नागरिकों और पिछले 20 वर्षों के दौरान सहयोग करने वाले अफगान नागरिकों को सुरक्षित निकालने का रास्ता तैयार करना है.’’
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