Pandav Nagar murder : राजधानी दिल्ली में श्रद्धा हत्याकांड जैसा एक और दिल दहला देने वाला सनसनीखेज मामला सामने आया है। हालांकि, इस बार जिसकी हत्या की गई थी वह एक युवक था। इस मामले में पुलिस ने आरोपी मां-बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। इस हत्याकांड में भी हत्या के बाद शव के 10 टुकड़े कर फ्रिज में रखे गए थे और उसके बाद धीरे-धीरे ये टुकड़े पूर्वी दिल्ली के इलाकों में ठिकाने लगा दिए गए थे।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पूर्वी दिल्ली में इंसानी शरीर के टुकड़े मिलने की गुत्थी को सुलझा लिया है। इस मामले में महिला समेत 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार दोनों आरोपियों की पहचान पूनम और दीपक के रूप में हुई है। मृतक का नाम अंजन दास बताया गया है। पूनम को पति अंजन दास के अवैध संबंध होने का शक था।
बताया जा रहा है कि अवैध संबंधों के इसी शक की वजह से अंजन दास को नशे की गोलियां खिलाकर उसकी हत्या की गई थी। कत्ल की इस खौफनाक वारदात को पूनम और उसके बेटे दीपक ने साथ मिलकर अंजाम दिया था। इस मामले की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने वो फ्रिज भी बरामद कर लिया है।
पाडंव नगर में रहने वाले अंजन दास की हत्या करने के बाद उसकी 10 लाश के टुकड़े कर घर के ही अंदर फ्रिज में छुपाकर रखे गए थे, जिसके बाद रोजाना शव के टुकड़ों को पाडंव नगर और पूर्वी दिल्ली के अलग-अलग इलाको में फेंक दिया जाता था।
दिल्ली पुलिस की ओर से बताया गया है कि 05 जून 2022 को इलाके में गश्त के दौरान पुलिस कर्मियों ने थाना पांडव नगर के 20 ब्लॉक कल्याणपुरी के सामने रामलीला मैदान में झाड़ियों के पास से दुर्गंध आती महसूस हुई। इसकी सूचना तत्काल पांडव नगर थाना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर एसएचओ स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे तो वहां मानव अंगों से भरा एक बैग मिला। इसके बाद क्राइम टीम और एफएसएल टीम को बुलाकर घटनास्थल का मुआयना किया गया।
इस मामले में पुलिस थाना पांडव नगर थाने में आईपीसी की धारा 302 और 201 के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच कर रही थी। पुलिस शव के अंगों को एलबीएस अस्पताल के मुर्दाघर में रखवा कर मृतक की शिनाख्त की कोशिश कर रही थी।
गौरतलब है कि बीते दिनों दक्षिणी दिल्ली के महरौली में 28 वर्षीय युवक आफताब पूनावाला द्वारा कथित रूप से अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वाकर की गला घोंटकर हत्या करने के बाद उसके शव के 35 टुकड़े करने का मामला सामने आया था। आफताब ने हत्या के बाद शव के उन टुकड़ों को लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर के फ्रिज में छुपाकर रखा और उन्हें अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया था।