नशा उन्मूलन और अवैध गतिविधियों के रोकथाम के लिए चलाए जा रहे अभियान में पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमनी थाना क्षेत्र के जोरातराई कोपेडीह मार्ग में पुलिया के पास एक बंद फैक्ट्री में छापामार कार्रवाई की है। जिसमें पुलिस को जर्दा गुटखा का खजाना मिला है। करीब 82 लाख 14 हजार 819 रुपये की सामग्री यहां से पुलिस ने बरामद की है। बंद फैक्ट्री के भीतर रात में जर्दा गुटखा बनाने का काम होता था। इसकी सूचना मिलते ही सीएसपी अमित पटेल के साथ सोमनी, कोतवाली, लालबाग और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने दबिश देकर छापामार कार्रवाई की है। पुलिस ने राजस्थान नागोर के डेगाना थाना के ग्राम मांजी निवासी फैक्ट्री के सुपरवाइजर भंवर लाल चौधरी को नोटिस जारी कर फैक्ट्री को सील किया है।
दिन में बंद रात में चालू होता था काम
खबर है कि बंद फैक्ट्री में दिन के उजाले में कोई काम नहीं होता था। फैक्ट्री बंद रहती थी, लेकिन भीतर सामान की लोडिंग-अपलोडिंग का काम होता था। यही नहीं रात होते ही यहां जर्दा गुटखा बनाने का काम शुरू हो जाता था। अवैध तरीके से यहां मार्केट में बिकने वाले सितार व अन्य कंपनी का गुटखा बन रहा था। बताया गया कि पिछले कुछ दिनों से फैक्ट्री के बाहर की गतिविधियों को देख लोगों ने संदेह जताया और पुलिस को खबर दी थी।
दस्तावेज नहीं दिखाने पर सामग्री जब्त
नगर पुलिस अधीक्षक अमित पटेल ने बताया कि सूचना मिलते की तीन थानाें के प्रभारी और साइबर की टीम के साथ संयुक्त कार्रवाई की गई। घेराबंदी कर फैक्ट्री के भीतर छापा मारा गया। जहां सुपरवाइजर भंवर लाल चौधरी से जर्दा गुटखा बनाने व सामग्रियों डंप करने के दस्तावेज मांगे, लेकिन सुपरवाइजर के पास किसी तरह का दस्तावेज मौके पर नहीं था। फैक्ट्री के संचालन संबंधी कागजात नहीं दिखाने पर पुलिस ने यहां से गुटखा केमिकल, कटिंग सुपारी, बीड़ी पत्ती तंबाकू, गुटखा मसाला पाउडर, केसर युक्त गुटखा, ठंडाई केसर युक्त गुटखा, परफ्यूम तरल पदार्थ, जर्दा, कत्था पाउडर, कत्था चूना पदार्थ के साथ सितार पाउस का प्लास्टिक रोल, पैकिंग गुटखा बरामद किया। जिसकी कीमत पुलिस ने 82 लाख 14 हजार 819 रुपये बतायी है।