वाराणसी के शिवपुर थाना क्षेत्र की निवासिनी प्रीति गुप्ता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि मेरे घर में अजगरा वाराणसी निवासी संतोष पांडेय जो मेरी बेटी को ट्यूशन पढ़ाया करता था। उसी समय उसने हम लोगों को विश्वास जमा लिया था।
एक दिन बोला कि लखनऊ सचिवालय में हमारी बहुत जान-पहचान है। मैं आपकी बेटी की सरकारी नौकरी लगवा दूंगा। इसी तरह संतोष मुझसे धोखाधड़ी कर कई बार में चार लाख रुपये अपने खाते में जमा करा लिया। वहीं चार लाख के करीब नगद ले चुका है।
आरोप है कि आज तक न तो नौकरी लगवाई और न ही पैसा वापस किया। पीड़िती ने बताया कि 6 जून को संतोष मुझे सेंट्रल जेल रोड पर मिला। मैंने पैसे मांगे तो फिर बहानाबाजी करने लगा कि दे दूंगा। यह पिछले 8 साल से पैसा देने का वादा कर रहा है। जब मैंने बोला कि मुझे पैसा अभी चाहिए तो वह गाली-गलौज करने लगा।
जब मैंने गाली देने से मना किया तो मुझसे हाथापाई भी करने लगा। बोला कि पैसा भूल जाओ, नहीं तो जान से मार दूंगा। वहीं, पीड़िता की तहरीर के आधार पर थाना प्रभारी रविशंकर त्रिपाठी ने विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करते हुए पड़ताल शुरू कर दी है।
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