Saturday , September 7 2024

NPS/UPS के खिलाफ/सभी ने प्रधानमंत्री जी से की पुरानी पेंशन बहाली की मांग/ 26 सितंबर को देश के सभी जिला मुख्यालयों पर होगा प्रदर्शन-विजय कुमार बन्धु

लगातार पांच दिन शिक्षकों व कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर किया काम/पूरे देश का कर्मचारी व शिक्षक NPS/UPS के खिलाफ/सभी ने प्रधानमंत्री जी से की पुरानी पेंशन बहाली की मांग/ 26 सितंबर को देश के सभी जिला मुख्यालयों पर होगा प्रदर्शन-विजय कुमार बन्धु

NMOPS के राष्ट्रीय महासचिव स्थित प्रज्ञ ने बताया कि नेशनल मूवमेंट फ़ॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के आह्वान पर देश भर के शिक्षकों व कर्मचारियों ने लगातार पांच दिन काली पट्टी बांध कर काम किया और मा0प्रधानमंत्री जी से पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने की मांग की।

NMOPS के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु ने कहा कि NMOPS के आह्वान पर पूरे देश का शिक्षक,कर्मी, डॉक्टर ,नर्स , ऑर्डिनेंस , लेखपाल ,सफाई कर्मचारी सहित सभी विभागों के सरकारी कर्मचारियों ने भारत सरकार से UPS व NPS समाप्त कर पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर अपनी बात को पूरे देश मे लोकतांत्रिक ढंग से रखकर एक मिसाल पेश की है। इसलिए मा0प्रधानमंत्री जी पुरानी पेंशन बहाल कर कर्मचारियों व शिक्षकों को सामाजिक सुरक्षा की राहत दें। श्री बन्धु ने बताया कि 15 सितंबर को NMOPS की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिल्ली में होगी और आगामी प्रोग्राम को तय किया जाएगा। 26 सितंबर को पूरे देश के जिला मुख्यालयों पर एनपीएस/यूपीएस के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा।

NMOPS के राष्ट्रीय सचिव अमरीक सिंह ने कहा कि लगातार पांच दिन रेलवे सहित सरकारी कर्मचारियों व शिक्षकों ने पुरानी पेंशन बहाली के लिये काली पट्टी बांधकर देशव्यापी मिसाल पेश की है कि अब कर्मचारी व शिक्षक अपने अधिकार को लेकर रहेगा उसके लिये उसे चाहे कितना भी संघर्ष करना पड़े। वह संघर्ष से पीछे नही हटेगा।

राष्ट्रीय सचिव डॉ0नीरजपति त्रिपाठी ने कहा कि पहली बार ऐसा हो रहा है देश का कोई भी कोना अभियान से अछूता नहीं रहा है। देश भर के कर्मचारियों व शिक्षकों ने अपने-अपने कार्यस्थलों पर अपनी एकजुटता को प्रदर्शित किया है। NMOPS के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वितेश खांडेकर ने कहा कि अगर सरकार ने पुरानी पेंशन चुनावों से पहले बहाल नहीं की तो आने वाले चुनावों में वोट फ़ॉर OPS अभियान चलाकर पुरानी पेंशन बहाल कराई जाएगी। महाराष्ट्र ,जम्मू कश्मीर व हरियाणा चुनाव में इसका बेहद असर देखने को मिलेगा।