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जाने खुद के सीएम बनने पर क्या बोले सचिन पायलट

कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव के बीच राजस्थान को लेकर भी हलचल तेज है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि यदि गहलोत पार्टी की कमान संभालते हैं तो क्या राजस्थान को ‘पायलट’ संभालेंगे। अब खुद सचिन पायलट ने इस पर जवाब दिया है। पूर्व उपमुख्यमंत्री साफतौर पर कुछ कहने से बचते नजर आए, लेकिन बातों-बातों में यह जरूर याद दिलाया कि 2013 में पार्टी महज 21 सीटों पर सिमट गई थी और उन्हें अध्यक्ष बनाए जाने के बाद पार्टी सत्ता में लौटी।

आज तक को दिए इंटरव्यू में जब पायलट से सवाल किया गया कि यदि गहलोत अध्यक्ष बनते हैं तो क्या वह मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं, तो पूर्व उपमुख्यमंत्री ने इसे काल्पनिक सवाल बताते हुए कहा कि अभी यह देखना है कि चुनाव में क्या होता है। उन्होंने आगे कहा, ”जहां तक राजस्थान की बात है, कांग्रेस की सरकार है। 2013 में जब हमारी सरकार थी और चुनाव बाद हम 21 सीटों पर सिमट गए। उस समय राहुल जी ने मुझे अध्यक्ष बनाया। हम सबने मिलकर काम किया। सरकार हमारी बन गई। पिछले 30 सालों में एक परिपाटी बन गई है एक बार भाजपा एक बार कांग्रेस। इसे तोड़ने के लिए हमें मेहनत करनी पड़ेगी। मुझे विश्वास है कि यदि हम सही कदम उठाएंगे, अच्छी मेहनत करेंगे तो दोबारा चुनाव जीत सकते हैं। कुछ अलग हटकर काम करना होगा।”

पायलट ने विश्वास जताया कि कांग्रेस राजस्थान में दोबारा सरकार बनाएगी। हालांकि, उन्होंने बार-बार दोहराया कि इसके लिए कुछ अलग हटकर काम करना होगा। यह पूछे जाने पर कि क्या अब मुख्यमंत्री बदलने पर काम करने का समय कम मिलेगा, जैसे पंजाब में चन्नी के साथ हुआ? पायलट ने कहा कि हर जगह की परिस्थितियां अलग होती हैं। राजस्थान अलग है और पंजाब अलग। राहुल गांधी की ओर से सचिन पायलट के सब्र की तारीफ किए जाने से जुड़े सवाल पर पायलट ने कहा, ”26 साल की उम्र में मैं सांसद बन गया, 31 साल में केंद्रीय मंत्री, 36 साल में प्रदेश अध्यक्ष, पार्टी ने मुझे बहुत मौके दिए हैं, मैंने भी 22 साल में पार्टी के लिए परिश्रम किया है और पार्टी ने जो भी जिम्मेदारी दी है। उसे निभाया है। कब किसका उपयोग कहां किया जाना है, यह पार्टी नेतृत्व तय करता है। जब भी जहां भी पार्टी हमारी उपयोगिता समझेगी, जिम्मेदारी देगी और हम काम करेंगे। देखते हैं भविष्य में क्या होता है। लेकिन हमारा उद्देश्य यही है कि राजस्थान में दोबारा हमारी सरकार बने। राजस्थान में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले चुनाव होगा, यदि हम वहां चुनाव जीतते हैं तो 2024 में एनडीए को पराजित कर पाएंगे।”