अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने 13 नवंबर को कंबोडिया के नोम पेन्ह में जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ बैठक की। बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने उत्तर कोरिया की लगातार उकसावे की कार्रवाई की निंदा की।
जापान की पूरी मदद का किया वादा
बाइडन व किशिदा ने अपनी मुलाकात में उत्तर कोरिया के गैर कानूनी ढंग से जनसंहार के शस्त्रों के निर्माण व बैलेस्टिक मिसाइल कार्यक्रम की आलोचना की। नामपेन्ह में हुई इस मुलाकात में बाइडन ने उत्तर कोरिया के उकसावे के खिलाफ जापान की पूरी मदद का वादा किया।
कंबोडिया में आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान की मुलाकात
दोनों नेताओं ने कंबोडिया में आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात की। बैठक के दौरान, बाइडन ने उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षणों के बाद जापान की रक्षा के लिए अमेरिका की ‘आयरनक्लैड’ प्रतिबद्धता की पुष्टि की। बैठक के व्हाइट हाउस के बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता बनाए रखने के अपने संकल्प की फिर से पुष्टि की।
किशिदा के साथ बाइडन की बैठक के व्हाइट हाउस के रीडआउट के अनुसार, ‘डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) द्वारा हाल ही में अस्थिर करने वाले बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षणों के परिणामस्वरूप, राष्ट्रपति बाइडन ने बैठक के दौरान जापान की रक्षा के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की दृढ़ प्रतिबद्धता को मजबूत किया।’
हम मिलकर देंगे जवाब- जो बाइडन
हाल में ही दक्षिण कोरिया व अमेरिका के संयुक्त सैन्य अभ्यास के बीच उत्तर कोरिया ने मिसाइल परीक्षणों की झड़ी लगा दी है। इससे दक्षिण कोरिया व जापान के साथ उत्तर कोरिया का तनाव और बढ़ गया है। बाइडन ने कहा कि हम लोग जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उसका हम मिलकर जवाब देने को तैयार हैं।
इसके अलावा, दोनों पक्षों ने रूस पर सख्ती जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की। जापान के प्रधानमंत्री की घोषणा पर ध्यान देते हुए कि परमाणु हथियारों का उपयोग मानव जाति के खिलाफ शत्रुतापूर्ण कार्य होगा, बाइडन ने परमाणु हथियारों के उपयोग के खतरे के खिलाफ आवाज उठाने के लिए किशिदा के प्रति आभार व्यक्त किया।