नीट-यूजी स्टेट काउंललिंग का दूसरा चरण शुरू हो चुका है। काउंसलिंग में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी 19 नवंबर तक पंजीकरण और शुल्क भुगतान कर सकते हैं। जिन अभ्यर्थियों ने प्रथम चरण की काउंसिलिंग में हिस्सा नहीं लिया है वह द्वितीय चरण में शामिल हो सकते हैं।
नीट-यूजी स्टेट काउंललिंग का दूसरा चरण शुरू हो चुका है। काउंसलिंग में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी 19 नवंबर तक आनलाइन पंजीकरण और शुल्क भुगतान कर सकते हैं। जिन अभ्यर्थियों ने प्रथम चरण की काउंसिलिंग में हिस्सा नहीं लिया है, वह द्वितीय चरण में शामिल हो सकते हैं।
ये भी हो सकते हैं दूसरे चरण में शामिल
इसके अलावा प्रथम चरण में पंजीकृत ऐसे अभ्यर्थी, जिन्हें सीट आवंटित नहीं हुई, जिन्होंने निर्धारित समयान्तर्गत प्रवेश प्रक्रिया पूरी की व द्वितीय चरण में सीट अपग्रेडेशन के इच्छुक हैं और जिन्होंने निर्धारित समयान्तर्गत प्रवेश नहीं लिया, वह भी दूसरे चरण में शामिल हो सकते हैं।
नहीं मिलेगी फ्री-एग्जिट की सुविधा
ध्यान देने वाली बात यह है कि अभ्यर्थियों को फ्री-एग्जिट की सुविधा अब नहीं मिलेगी। यानी वह दूसरे चरण में आवंटित सीट पर दाखिला नहीं लेते हैं तो उनकी धरोहर जब्त कर ली जाएगी। पहले चरण में आल इंडिया कोटा की 100 प्रतिशत और स्टेट कोटा की 88 प्रतिशत सीटे भर चुकी हैं। वहीं बीडीएस में 53 प्रतिशत सीट अभी खाली हैं।
सीट सरेंडर करने के लिए 19 नवंबर तक मौका
एचएनबी चिकित्सा शिक्षा विवि के परीक्षा नियंत्रक प्रो. विजय जुयाल ने बताया कि प्रथम राउंड में आवंटित सीट सरेंडर करने के लिए अभ्यर्थियों को 19 नवंबर शाम पांच बजे तक मौका दिया गया है। इसके बाद किसी भी अभ्यर्थी को सीट छोड़ने की अनुमति नहीं होगी।
अपग्रेडेशन का सही से चुनें विकल्प
द्वितीय चरण की काउंसिलिंग में सीट अपग्रेडेशन होने की दशा में अभ्यर्थी का पूर्व प्रवेशित सीट पर कोई अधिकार नहीं रहेगा। इसे रिक्त मान वरियता सूची के क्रम में अर्ह अभ्यर्थी को नियमानुसार आवंटित कर दिया जाएगा। ऐसे में अभ्यर्थी अपग्रेडेशन का विकल्प भरते हुए सावधानी बरतें।
आवेदन का प्रिंट आउट जरूर रखें
अभ्यर्थी को संपूर्ण आवेदन फार्म भरने के बाद उसका प्रिंट आउट निकालकर अपने पास अनिवार्य रूप से सुरक्षित रखना होगा। भविष्य में काउंसिलिंग बोर्ड आवेदन के संदर्भ में किसी भी जानकारी या प्रकरण का निस्तारण इसी प्रिंट आउट के आधार पर करेगा।