पॉर्लर में वैक्सिंग के अच्छे-खासे पैसे, घंटों इंतजार और हाइजीन के बारे में ही सोचकर लगता है कि इससे बढ़िया तो घर में ही वैक्सिंग कर ली जाए। अनचाहे बालों को हटाने का शेविंग, हेयर रिमूवल क्रीम से कहीं ज्यादा प्रभावी है वैक्सिंग। लेकिन खुद से वैक्सिंग करना बेशक पॉर्लर के प्रोफेशनल्स से अलग होता है। कई सारी बातों पर हम गौर नहीं फरमाते, जिसकी वजह से स्किन को कई तरह की समस्याओं से गुजरना पडता है। तो आज हम कुछ ऐसी गलतियों के बारे में बात करेंगे, जो अक्सर ही वैक्सिंग के दौरान की जाती हैं। जिनकी वजह से रैशेज, खुजली ही नहीं कई और तरीकों से भी स्किन डैमेज हो सकती है।
वैक्स का टेंपरेचर सही ना रखना
वैक्सिंग करते समय वैक्स के टेम्परेचर पर ध्यान दें। बहुत गर्म वैक्स स्किन को जला सकती है तो वहीं ठंडी वैक्स लगाने से एक तो बाल पूरी तरह से नहीं निकलते। दूसरा ये स्किन पर अच्छी तरह फैलते नहीं, जिसकी वजह से वैक्सिंग में दिक्कत होती है। तो वैक्स न बहुत ज्यादा गर्म हो न ही ठंडा।
वैक्स की पतली लेयर ना लगाना
हाथ-पैरों के एक-एक बाल निकल जाए इसके लिए वैक्सिंग की मोटी लेयर लगाना जरूरी नहीं, बल्कि पतली लेयर अप्लाई करें। इससे बाल आसानी से दिखाई देते हैं और निकल भी जाते हैं। वहीं मोटी लेयर से एक बार में बाल नहीं निकल पाते। बार-बार स्ट्रिप लगाने से दर्द भी होता है और कई बार तो रैशेज भी पड़ जाते हैं। तो पतली लेयर लगाने के लिए वैक्स को अच्छी तरह गरम करना जरूरी है।
स्ट्रिप को तेजी से ना खींचना
वैक्सिंग के दर्द से बचने के लिए कई महिलाएं स्ट्रिप को आराम से खींचती हैं ये भी एक बड़ी गलती है। इससे ज्यादा दर्द होता है, कई बार बाल भी पूरी तरह से नहीं निकल पाते और तो और खून भी निकलने लगता है। सही तरीका है स्ट्रिप को तेजी से एक ही बार में खींच लेना।
घाव पर वैक्स अप्लाई लगाना
अगर स्किन पर कहीं चोट लगी है, कट गया है तो वहां वैक्सिंग करने की गलती न करें। ऐसा इसलिए क्योंकि गर्म वैक्स लगाने और स्ट्रिप खींचते वक्त वो घाव और जख्म की हालत और खराब हो सकती है। तो पूरी तरह ठीक होने के बाद ही वैक्सिंग करें।