पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का कार्यकाल अब 2 हफ्ते से भी कम का बचा है। इससे पहले ही एक रिपोर्ट में बाजवा के परिवार की संपत्ति को लेकर बड़े खुलासे हुए हैं। इसमें दावा किया गया है कि देश के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति के परिवार के लोगों की धन-दौलत में बीते 6 साल में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है।
फैक्ट फोकस के लिए काम करने वाले पाकिस्तानी पत्रकार अहमद नूरानी ने खुलासा किया है कि बाजवा के करीबियों और परिवार के लोगों ने कुछ ही वर्षों में नए-नए बिजनेस की शुरुआत की। ये लोग पाकिस्तान के बड़े-बड़े शहरों में फार्महाउस के मालिक बन गए और विदेशी संपत्ति खरीदी, जिससे अरबों डॉलर की कमाई हुई। रिपोर्ट में बहुत सारे डेटा दिए गए हैं। इसमें बाजवा की पत्नी आयशा अमजद, उनकी बहू महनूर साबिर और परिवार के अन्य करीबी सदस्यों की सम्पत्तियों का जिक्र है।
‘विदेशों में भी खरीदीं गईं संपत्तियां’
नूरानी ने बताया, ‘6 साल के भीतर दोनों परिवार अरबपति बन गए। इन लोगों ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार शुरू किया और कई विदेशी संपत्तियां खरीदीं व विदेशों में धन ट्रांसफर किए। ये कॉमर्शियल प्लाजा के मालिक बन गए। इन्होंने इस्लामाबाद और कराची में कॉमर्शियल प्लॉट व बड़े-बड़े फार्महाउस खरीदे। पाकिस्तान के भीतर और बाहर बाजवा परिवार की ज्ञात संपत्ति और व्यवसायों का मौजूदा बाजार मूल्य 12.7 अरब रुपये से अधिक हो गया है।’
‘वेल्थ स्टेटमेंट में तीन बार कराया संशोधन’
टैक्स रिटर्न और अन्य वित्तीय विवरणों के आधार पर पाकिस्तानी पत्रकार ने यह रिपोर्ट तैयार की है। इसमें बताया गया है कि बाजवा ने देश के सेना प्रमुख नियुक्त होने के बाद 2013 और 2017 के बीच अपनी वेल्थ स्टेटमेंट में तीन बार संशोधन कराए। 2013 के संशोधित संपत्ति विवरण में जनरल बाजवा ने डीएचए लाहौर स्थित कॉमर्शियल प्लाट को जोड़ा। आर्मी चीफ ने दावा किया कि उन्होंने यह जमीन 2013 से पहले खरीदी थी, लेकिन इसे दर्ज कराना भूल गए थे।