बीजिंग: इंसान और जानवरों का रिश्ता सदियों पुराना है. एक बार फिर यह कहावत तब सिद्ध हो गई. जब एक ऊंट ने अपने पुराने मालिक से मिलने के लिए अकेले 100 किलोमीटर का लंबा सफर तय किया और परेशानियां झेलकर कई दिनों बाद उसके पास पहुंच गया.
चीन के इनर मंगोलिया में रहने वाले . तेमूरऊंट पालन का काम करते हैं. उनके एक दोस्त ने एक दिन ऊंट पालन की इच्छा जताई, जिसके बाद अक्टूबर 2019 में उन्होंने एक ऊंट उस दोस्त को बेच दिया. वह दोस्त जानवरों के लिए बने बाड़े में ऊंट . को रखकर उसका पालन करने लगा.
रिपोर्ट के मुताबिक उस दोस्त ने ऊंट के बाल काटे थे और उसके बाद उसे चरने के लिए पहाड़ियों पर छोड़ दिया. मौका देखकर ऊंट वहां से निकल गया. वह करीब 8 महीने तक पहाड़ियों, नदियों, नालों और सड़कों को पार करता हुआ चलता रहा. करीब 100 किमी चलने के बाद वह फिर से पुराने मालिक . तेमूरके घर पहुंच गया.
अपने पुराने ऊंट को इस तरह आया देखकर . तेमूर हैरान रह गए. कई दिनों तक चलने और कंटीली झाड़ियों से गुजरने की वजह से उसके शरीर पर घाव हो चुके थे. ऊंट की स्वामीभक्ति देख उनकी आंखों से आंसू निकल गए और उन्हें उसे बेचने के फैसले पर दुख हुआ. जब इस बात की जानकारी . तेमूर के दोस्त को मिली तो वह आकर ऊंट को वापस ले गया.
इस बात से. तेमूर और उनकी पत्नी दुखी हो गए. उन दोनों ने फैसला लिया कि वे अपने पुराने ऊंट को वापस लाएंगे. इसके लिए तेमूर ने अपने दोस्त से संपर्क किया और 3 साल की मादा ऊंट को बदले में देकर पुराने ऊंट को वापस ले लिया. तेमूर की पत्नी उस ऊंट के वापस आने के बाद भावुक हो गई. उन्होंने कहा कि अब वे इस ऊंट को किसी को नहीं बेचेंगे और इसे खुला रखेंगे. अब यह अपनी आगे की जिंदगी फ्री रहेगा.
. तेमूर ने फैसला लिया कि वे मरते दम तक ऊंट पालन करेंगे. उन्होंने कहा कि ऊंटों जैसा स्वामी भक्त जानवर और कोई नहीं हो सकता. उनके ऊंट का वीडियो चीन के सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. लोग इस वीडियो पर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं. एक नेटिजन ने लिखा कि इंसान की तरह हरेक जानवर में भी एक पवित्र आत्मा होती है. हमें उस जानवर को मारने के बजाय उसके साथ सह-अस्तित्व का तरीका सीखना होगा.