बिहार की कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में महागठबंधन को बीजेपी से हार का सामना करना पड़ा है। कुढ़नी में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का इमोशनल कार्ड भी काम नहीं कर पाया। तेजस्वी ने लालू यादव की बीमारी का हवाला देते हुए जेडीयू उम्मीदवार को जिताने की अपील की थी। हालांकि, उनकी अपील से सहानुभूति जरूर मिली लेकिन उसे महागठबंधन उम्मीदवार मनोज कुशवाहा उसे जीत में तब्दील नहीं कर पाए। बीजेपी के केदार गुप्ता ने उन्हें कांटे की टक्कर में 3645 वोटों के अंतर से मात दी है।

डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कुढ़नी में जेडीयू उम्मीदवार के पक्ष में दो दिन रैलियां की। उन्होंने चुनावी सभाओं में इमोशनल कार्ड भी खेला। तेजस्वी ने जनता से कहा कि लालू यादव बीमार हैं और सिंगापुर में इलाज करा रहे हैं। उनकी ये हालत बीजेपी ने की है। बीजेपी ने लालू को लंबे समय तक जेल में रखा, उसी वजह से वे बीमार पड़े।
तेजस्वी यादव ने कहा था कि अगर कुढ़नी में बीजेपी हार जाती है तो लालू अपने आप स्वस्थ हो जाएंगे। कुढ़नी में वोटिंग के दिन ही उनका सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ।
कुढ़नी में रही कांटे की टक्कर
कुढ़नी उपचुनाव में जेडीयू और बीजेपी की के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। जेडीयू के मनोज कुशवाहा और बीजेपी के केदार गुप्ता कई राउंड में आगे-पीछे रहे। आखिरी के पांच राउंड की काउंटिंग में केदार गुप्ता आगे निकल गए और उन्होंने महज 3645 वोटों से जेडीयू को हराया।
नीतीश और तेजस्वी को बड़ा झटका
बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद महागठबंधन सरकार को बड़ा झटका लगा है। कुढ़नी की हार नीतीश और तेजस्वी के नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं। कुढ़नी सीट पिछली बार आरजेडी के खाते में थी। मगर अब इस पर बीजेपी ने कब्जा जमा दिया है। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत महागठबंधन के बड़े नेताओं ने कुढ़नी में चुनाव प्रचार किया। मगर बीजेपी को हरा नहीं सके।
Fark India | National Hindi Magazine Hindi Magazine and Information Portal