नई दिल्ली: 1988 बैच के आईएएस अरविंद कुमार शर्मा ने सोमवार को वीआरएस (VRS) ले लिया है। वीआरएस यानि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति से अपने पद से इस्तीफा देना। अरविंद कुमार शर्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी और खासे माने जाते है। अपने पद से वीआरएस लेने के बाद मंत्रालय में सचिव रहे गुजरात कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा को योगी सरकार में अहम जिम्मेदारी दिए जाने पर मुहर लग गई है।
अरविंद कुमार के VRS लेने की खबर से हर कोई हैरान है। अरविंद कुमार का कार्यकाल अभी 2 साल बाकी था लेकिन इससे पहले उन्होंने सोमवार को अपने पद से वीआरएस ले लिया। आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर राजनीति तेज हो गई है। इस चुनाव में दलित मतदाताओं को साधने के लिए पार्टी इस बिरादरी से डिप्टी सीएम बनाने पर भी मंथन कर रही है। अगले दो हफ्ते में इस पर फैसला हो जाएगा। सूत्रों से पता चला है कि इस इस्तीफे के पीछे की वजह है कि उन्हें योगी सरकार में कई अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। कयास लगाई जा रही है कि जल्द ही अरविंद कुमार शर्मा भाजपा में शामिल होंगे।
सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी अधिकारियों पर भरोसा करते हैं और पहले से कई पूर्व अधिकारी मंत्री रहे हैं। इससे ये अनुमान लगाया जा सकता है कि अरविंद शर्मा को कोई बड़ा मंत्रालय दिया जा सकता है। इसके अलावा इन्हे केंद्रीय कैबिनेट में पद मिलने की भी चर्चा हो रही है। उत्तर प्रदेश के डी सीएम पद के लिए भी भारी अरविंद की चर्चा हो रही है। सूत्रों के मुताबिक यूपी में बीते लोकसभा चुनाव में गैर-जाटवों को छोड़कर दलित वर्ग से जुड़ी अन्य जातियों का भाजपा को बड़ा समर्थन मिला था।