नई दिल्ली. तालिबान द्वारा नई सरकार की घोषणा के 24 घंटे भी नहीं हुए पंजशीर के विद्रोहियों ने अपनी समानांतर सरकार चलाने की घोषणा कर दी है. नेशनल रेजिस्टेंस फोर्स यानी एनआरएफ ने बुधवार को कहा है कि वो भी अपनी समानांतर सरकार की घोषणा करेंगे. इस बात की जानकारी अफगानिस्तान के खामा प्रेस ने दी है. एनआरएफ की अगुवाई अमरुल्लाह सालेह और अहमद मसूद कर रहे हैं.
एनआरएफने कहा है कि वो देश में पारंपरिक और लोकतांत्रिक सरकार की घोषणा करेंगे. एनआरएफ ने संयुक्त राष्ट्र, मानवाधिकार परिषद जैसी संस्थाओं से तालिबान के साथ सहयोग न करने की अपील की है. एनआरएफ ने कहा है- नए तालिबान का नैरेटिव खत्म हो चुका है. कोई भी तालिबान समावेशी सरकार के पक्ष में नहीं है. बस इस सरकार में आतंकियों की संख्या देखिए. और हम उम्मीद कर रहे हैं कि ये लोग अपने आप को बदलने जा रहे हैं?’
रेजिस्टेंस फोर्स के प्रवक्ता फाहिम दस्ती की तालिबानी हमले में मौत के बाद कहा जा रहा था अमरुल्लाह सालेह और अहमद मसूद ने देश छोड़ दिया है. लेकिन अब एनआरएफ के प्रवक्ता माइसाम नजरी ने कहा है कि दोनों नेता देश में ही मौजूद हैं और पूरी तरह सुरक्षित हैं. उन्होंने यह भी कहा कि तालिबान का नियंत्रण पंजशीर पर से खत्म हो रहा है.
बता दें कि तालिबान ने अफगानिस्तान में अपनी नई केयरटेकर सरकार की घोषणा कर दी है. संगठन के मुताबिक नई सरकार के काउंसिल के हेड मोहम्मद हसन अखुंद होंगे. अखुंद देश के प्रधानमंत्री होंगे. इसके अलावा अब्दुल गनी बरादर देश के नए डिप्टी प्रधानमंत्री होंगे. सिराजुद्दीन हक्कानी को गृह मंत्री बनाया गया है. मुल्ला याकूब रक्षा मंत्री बनाए गए हैं. अल्हाज मुल्ला फजल को नया मिलिट्री चीफ बनाया गया है. तालिबान प्रवक्ता जैबीहुल्लाह मुजाहिद ने साफ किया है कि ये तालिबान की अंतरिम सरकार है यानी ये सरकार सिर्फ 6 महीने के लिए बनाई गई है.