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आईटी कंपनियों ने स्टाफ को दफ्तर बुलाना कर दिया शुरू

नई दिल्ली. कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप अभी भी पूरी दुनिया में जारी है. भारत में अब भी हर दिन बड़ी संख्‍या में नए कोरोना पॉजिटिव केसेस सामने आ रहे हैं. कोरोना वायरस के फैलने की रफ्तार को थामने और अपने कर्मचारियों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए ज्‍यादातर कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम की व्‍यवस्‍था शुरू कर दी थी. अब जैसे-जैसे कोरोना वैक्‍सीनेशन की रफ्तार बढ़ रही है, वैसे-वैसे आईटी कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम खत्‍म कर कर्मचारियों को दफ्तर बुलाना शुरू कर दिया है. कुछ कंपनियां स्‍टाफ को सप्‍ताह में तीन दिन दफ्तर आकर काम करने के लिए भी कह रही हैं.

देश की बड़ी आईटी कंपनियां टाटा कंसल्‍टेंसी सर्विसेस , विप्रो और ऐपल ने कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में गिरावट होने के साथ अपने कर्मचारियों को ऑफिस बुलाना शुरू कर दिया है. विप्रो ने कहा है कि करीब 18 महीने बाद उसके कर्मचारियों ने सोमवार यानी 13 सितंबर 2021 से ऑफिस आना शुरू कर दिया है. पूरी तरह से वैक्सीन लगवा चुके कर्मचारियों को हफ्ते में दो दिन ऑफिस आने की अनुमति दी गई है. वहीं, टीसीएस ने कहा कि उसके 50 लाख स्टाफ में से 70-80 फीसदी स्टाफ इस साल 2021 के आखिर तक या अगले साल की शुरुआत में ऑफिस आने की तैयारी कर रहे हैं.

टीसीएस अपने 80 फीसदी स्टाफ को दफ्तर बुलाने की तैयारी कर रही है. कंपनी ने कहा है कि उसके 90 फीसदी स्टाफ को वैकसीन लग चुकी है. टीसीएस के सीईओ ने संकेत दिए हैं कि स्टाफ को दफ्तर बुलाया जा सकता है. कोरोना के तीसरे चरण के हिसाब से 70-80 फीसदी स्टाफ को दफ्तर बुलाया जा सकता है. वहीं, देश की दूसरी बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस भी अब अपने स्‍टाफ को दफ्तर बुलाने की तैयारी में जुट गई है. कंपनी अपने 2.6 लाख स्टाफ को दफ्तर बुलाने की तैयारी कर रही है. कोरोना संकट के दूसरे चरण के बाद की स्थितियों को देखते हुए कंपनी अब अपने स्टाफ को दफ्तर बुलाने जा रही है.