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विनोद यादव राहुल गांधी की भारत जोडो़ यात्रा लिखेगी राजनीति में नयी इबादत


उत्तर प्रदेश।। (डीडीसी न्यूज एजेंसी)भारत जोड़ो यात्रा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा शुरू किया गया एक जन आंदोलन है जिसका उद्देश्य नई दिल्ली में भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की कथित विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ देश को एकजुट करना है ,जिसमें देश के सभी धर्म संप्रदाय के लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व वायनाड से सांसद राहुल गांधी और तमिल नाडु के मुख्यमंत्री मुथुवेल करुणानिधि स्टालिन द्वारा 7 सितंबर, 2022 को कन्याकुमारी से शुरु किया जिसमें इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य बढ़ती बेरोजगारी,डीजल पेट्रोल गैस के मूल्यों में वृद्धि,राजनीतिक केंद्रीकरण और विशेष रूप से “भय, कट्टरता” की राजनीति और “नफरत” के खिलाफ एक सूत्र में जुड़ कर हिटलर शाही हूकुमत को माकूल जबाब देना ही यात्रा का उद्देश्य था।भारत जोड़ो यात्रा में जिस तरह से राहुल गांधी लोगों से मुखर होकर संवाद कर रहें हैं और कन्याकुमारी से लोगों के दुख दर्द और समस्या को सुनने समझने और साथ में चलते चलते संवाद स्थापित कर रहें हैं कहीं न कहीं कश्मीर में यात्रा के समापन तक पूरे भारत की समस्याओं से राहुल गांधी परिचित जरूर हो जायेगें और लोगों से संवाद के जरिए जन सरोकार के मुद्दों से परिचित भी जरुर हो जायेगी,ये कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी आने वाले कल में एक मझे राजनेता के रुप में एक परिपक्व नेता बनकर जरूर उभरेंगे ।

शायद पांच साल सांसद चुने जाने के बाद कोई सांसद अपना संसदीय क्षेत्र पूरा नहीं टहल पाता ऐसे में तो राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोडो़ यात्रा के माध्यम से पैदल चल डाला। तमाम बाधाओं एंव अड़चनों के बाद भी यात्रा उसी गति में चलती रहीं ।शायद प्रत्येक भारतीय की आकांक्षाओं की उपेक्षा के खिलाफ खड़े होने का आह्वान माना जाय या भारत के सामाजिक-सांस्कृतिक ताने-बाने को विभाजनकारी ताकतों ने तबाह कर दिया उसे माना जाए। खैर हमारी अर्थव्यवस्था चरमरा गयी है। महंगाई और बेरोज़गारी ने लोगों की आशा को निराशा में बदल दिया है। भारत जोड़ो यात्रा अन्याय के खिलाफ भारत के लोगों की आवाज़ को एकजुट करने का आंदोलन है। लोग भले भूल जाए लेकिन यही कांग्रेस पार्टी थी जिसने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व किया और आज राहुल गांधी के अगुवाई में नफरत और कट्टरता की राजनीति के खिलाफ इस लड़ाई में देश को फिर से एकजुट करने की यात्रा निकल पड़ी।यह यात्रा कन्याकुमारी से शुरू होकर कश्मीर में खत्म जरूर होगी। लेकिन आम किसान, मजदूर ,नौजवान ,हत्या ,लूट ,और नफरत की भाषा के खिलाफ हमें अभी और मजबूती से कदम उठाने की जरूरत हैं।राष्ट्रीय एकता, अखण्डता ,शांति ,सदभाव ,प्रेम भाईचारा और राष्ट्रीयता की प्रबल भावना जगाने बढ़ाने तथा समस्त भारतवासियों को धर्म पंथ क्षेत्र भाषा सम्प्रदाय समुदाय एवं जाति-वर्ग गत संकीर्णताओं से ऊपर उठकर संगठित होने जुड़ने व जोड़ने का प्रयास करना चाहिए ।कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का विशाल कार्यक्रम हर दृष्टि से राष्ट्रीय हित में अभूतपूर्व ऐतिहासिक साहसिक एवं सम-सामयिक महा जन सम्पर्क अभियान के रुप में तमाम बहुजन चिंतक देख और समझ रहें हैं कि इस यात्रा का सार्थक परिणाम जरूर निकलेगा। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस जनों का जनता से सीधे सम्पर्क संवाद तथा देश को जानने समझने और समझाने का प्रभावशाली जीवंत व सतत् सशक्त माध्यम भी है। कांग्रेस की सुनियोजित दूरदर्शिता को दर्शाती भारत जोड़ो यात्रा को शुरुआत से ही मिल रहे जन समर्थन व्यापक जनाधार को देख सकते हैं भले ही इस यात्रा का लाभ आनेवाले लोकसभा चुनाव 2024 में भलें कांग्रेस को न मिले लेकिन आने वाले कल में नफरवादी ताकतों की जडो़ को धीरे धीरे जरूर कमजोर करेगी। इस यात्रा से देश में सकारात्मक रचनात्मक एवं सृजनात्मक वातावरण का निर्माण व विकास होना तय है। पूरी यात्रा में महिलाएं ,नौजवान ,बुजुर्ग ,किसान ,बेरोजगारों ने बढ़चढ़ जहां हिस्सा लिया वहीं फिल्मी सितारों की तमाम बडी़ हस्तियों ने भी यात्रा में हिस्सा लिया।खैर भारत जोडों यात्रा में गोदी मीडिया ने भले राहुल गाधी की यात्रा को न दिखाया हो लेकिन सोशलमीडिया पर व आम लोगों के बीच यात्रा की चर्चा जोडों पर हैं ।लोग राहुल गांधी के इस यात्रा को लेकर अब चर्चाएं शुरू कर दिए हैं इलाहाबाद में रह कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहें छात्र संजय साहनी ने कहां हम युवाओं को राहुल गांधी की यात्रा से सीख लेना चाहिए लगातार चुनाव हारने के बाद भी वहीं जज्बा वहीं जोश खरोश के साथ जिस तरह कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल यात्रा चल कर पूरी की हैं । उसी तरह हम प्रतियोगी छात्रों को भी हौसला रख कर तैयारी करना चाहिए एक न एक दिन मंजिल जरूर मिलेगी। खैर भारत जोड़ो यात्रा अपने सफर के अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुकी है जम्मू- कश्मीर के कठुआ से यात्रा फिर शुरू हुई जम्मू-कश्मीर पहुंचे ही फारूख अब्दुल्ला ने राहुल गांधी का स्वागत किया ।राहुल गांधी के साथ हाथ से हाथ मिलाते नजर आए अब्दुल्ला काफी खुश नजर आए उन्होंने राहुल गांधी की तारीफ में कहा राहुल गांधी , शंकराचार्य के बाद ऐसी यात्रा निकालने वाले दूसरे व्यक्ति है भारत जोडो़ यात्रा 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थीं जो 12 राज्यों से होकर निकली और जम्मू-कश्मीर में समाप्त होनी हैं। यात्रा 150 दिनों के विस्तार में लगभग 3,500 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।