Wednesday , December 27 2023

पाक‍िस्‍तान से ट्रेन‍िंग लेकर आए आतंक‍ियों ने क‍िए चौंकाने वाले खुलासे?

दिल्ली:दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पाकिस्तान समर्थित एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए पाक प्रशिक्षित दो आतंकवादियों सहित कुल 6 को गिरफ्तार किया है. पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर आए आतंकियों ने पुल‍िस पूछताछ के दौरान बड़ा खुलासा क‍िया है. कथ‍ित आतंक‍ियों ने बताया है क‍ि उन्हें न‍िर्देश म‍िला था क‍ि अगर बम धमाके करने में कामयाब न हो सको तो भारत को आर्थिक नुकसान पहुंचाओ, जिसके लिए बड़ी निजी फैक्ट्री, निजी गोदाम, बड़े शोरूम्स, बड़े शॉप्स में आगजनी की वारदात को अंजाम देना था. द‍िल्‍ली पुल‍िस और यूपी एटीएस ने ज‍िन आतंक‍ियों को ग‍िरफ्तार क‍िया है उनमें जान मोहम्मद शेख (47) उर्फ ‘समीर’, ओसामा (22), मूलचंद (47), जीशान कमर (28), मोहम्मद अबु बकर (23) और मोहम्मद आमिर जावेद (31) है. द‍िल्‍ली पुल‍िस ने सभी को 14 द‍िन की कस्‍टडी में ले रखा है और उनसे लगातार पूछताछ जारी है.

पाक‍िस्‍तान से ट्रेन‍िंग लेकर आए आतंक‍ियों ने बताया है क‍िआईएसआई ने भारत और अन्य देशों से जिहाद के नाम पर ट्रेनिंग करने वाले लड़कों के लिए मस्कट में कांट्रेक्ट बेस्ड पर कुछ लोगों को हायर किया हुआ था, जिन्हें बकायदा हर महीने सैलरी दी जाती थी. उन्‍होंने बताया क‍ि इन लोगों को जिम्मेदारी दी गई थी ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान आने वाले लड़कों को बोट के जरिए पाकिस्तान लेकर आना. इस ऑपरेशन को लीड पाकिस्तान आईएसआई ही कर रही थी, जिस वक्त बोट से ट्रेनिंग के लिए लड़कों को पाकिस्तान ले जाते थे उस वक्त पाकिस्तान आईएसआईका एक बन्दा भी मौजूद रहता था.

कथ‍ित आतंक‍ियों ने बताया क‍ि एक शिफ्ट में मौलवी आता था, जो जिहाद और एक विशेष समुदाय पर हुए जुल्म के भ्रामक वीडियो दिखाता था. जीशान और ओसामा ने बताया क‍ि को एक शिफ्ट में हथियार चलाने की ट्रेनिंग से जुड़े लोग आते थे और एक शिफ्ट में विस्फोटक बनाने, उसे प्लांट करने के एक्सपर्ट आते थे. उन्‍होंने बताया क‍ि जिस फॉर्म हाउस मे जीशान और ओसामा की ट्रेनिंग हो रही थी वहां बकायदा फायरिंग रिंग भी मौजूद थी और वो भी बिल्कुल हार्डकोर आतंकी ट्रेनिंग कैम्प की शक्ल में.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जीशान और ओसामा जब ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान गए थे तो वहां उन्हें ब्रिज और रेल की पटरियों को कैसे उड़ाया जाए इसकी ट्रेनिंग दी गई थी. इन धमाकों में आरडीएक्‍स का इस्तेमाल किया जाना था. आतंकी बड़ी ट्रेन के रूट्स और उनके टाइमिंग की डिटेल्स इकठ्ठा कर रहे थे. इन्हें उन ब्रिज और रेलवे लाइन की रेकी करनी थी जहां ब्लास्ट होने पर जबरदस्त कैसुअलिटी हो. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस बार ठीक उस तरह से ब्लास्ट करने थे जैसे 1993 में किए गए थे.

इस बार अनीस के गुर्गों ने विस्फोटक और हथियार के ट्रांसपोर्ट करने की जिम्मेदारी ली थी. इस बार जिस तरह के बड़े धमाके करने थे वो ठीक मुंबई में हुए1993 बम ब्लास्ट की तर्ज पर होने थे. इन धमाकों में आरडीएक्‍स का इस्तेमाल होना था. इन लोगों को मस्कट से बोट के जरिये ईरान की समुंद्री सीमा तक लेकर गए और वहां से दूसरी बोट के जरिए गांदरबल जियोनी पहुंचे वहां से थट्टा के फार्म हाउस लेकर गए। इनको फिजिकल ट्रेंनिंग भी देने की कोशिश की थी।