Wednesday , August 14 2024

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बुधवार को इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के पूर्व प्रमुख फैज हमीद पर लगाया आरोप

पाकिस्तान में चल रहे विवाद के बीच अब एक और नया खुलासा हुआ है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बुधवार को इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के पूर्व प्रमुख फैज हमीद पर आरोप लगाया है। पाकिस्तान के पूर्व केंद्रीय मंत्री फैसल वावड़ा ने दावा करते हुए आरोप लगाया है कि फैज हमीद अल-कादिर भ्रष्टाचार मामले के सबसे बड़े मास्टरमाइंड है। बता दें कि इस मामले में पहले ही पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई चीफ इमरना खान फंसे हुए हैं। इमरान खान के कार्यकाल के दौरान जल संसाधन मंत्री रहे फैसल वावड़ा ने इसका दावा मीडिया से बातचीत के दौरान किया है।

सबसे बड़ा मास्टरमाइंड इमरान खान नहीं, बल्कि पूर्व ISI चीफ है

मीडिया से बातचीत के दौरान फैसल वावड़ा ने दावा किया कि अल-कादिर भ्रष्टाचार मामले के सबसे बड़े मास्टरमाइंड इमरान खान नहीं बल्कि पूर्व ISI चीफ फैज हमीद हैं। बता दें कि हमीद पाकिस्तानी सेना के सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल और पूर्व जासूस रह चुके हैं। वह इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के 24वें महानिदेशक के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। 2019 से 2021 के बीच वह आईएसआई के शीर्ष पद पर रहे और दिसंबर 2022 में उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया। फैसल ने कहा, ‘देश के आवाम को अब यह बताना काफी जरूरी है कि जिस भ्रष्टाचार मामले में इमरान खान फंसे हुए है, उसके सबसे बड़े लाभार्थी फैज हमीद हैं। अल-कादिर ट्रस्ट मामले को पैदा करने वाले और कोई नहीं बल्कि हमीद है, वह इसके प्रमख साजिशकर्ता और सबसे बड़े लाभार्थी थे।

इमरान के करीबी माने जाते हैं फैज हमीद

इमरान खान के करीबी माने जाने वाले फैज हमीद की जब नियुक्ति हुई, तब सेना और उनके बीच विवाद पैदा हो गया था। अल-कादिर भ्रष्टाचार मामले में फैज हमीद का नाम आने से इमरान खान की मुश्किलें कम होने की जगह और बढ़ गई हैं। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बुधवार को बताया कि सरकार इमरान खान की पार्टी पीटीआई पर पाबंदी लगाने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद समर्थकों के हमलों के बाद यह कदम उठाया जा रहा है।

क्या सेना को दुश्मन मान रहे इमरान खान?

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि अगर पीटीआई पार्टी पर पाबंदी लगती है तो इसे मंजूरी के लिए संसद भेजा जा सकता है। उनका मानना है कि पूर्व प्रधानमंत्री पाक सेना को अपना दुश्मन मानते हैं। मंत्री ने कहा, ‘इमरान खान की पूरी राजनीति सेना के सहारे चली और आज उन्होंने अचानक इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। खान की पार्टी छोड़ चुके नेताओं का भी यहीं मानना है। उन्होंने कहा कि हर चीज रणनीति के अनुसार हुई है।’