Saturday , December 23 2023

यूक्रेन: रूस ने खार्किव को फिर बनाया निशाना

यूक्रेन के खार्किव में शुक्रवार को रूसी मिसाइल हमले में एक 10 वर्षीय लड़के की मौत हो गई और दो दर्जन अन्य लोग घायल हो गए। इससे एक दिन पहले खार्किव क्षेत्र में ही रूसी हमले में 51 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले को अब तक के सबसे घातक हमलों में गिना जा रहा है।

यूक्रेन के खार्किव में शुक्रवार को रूसी मिसाइल हमले में एक 10 वर्षीय लड़के की मौत हो गई और दो दर्जन अन्य लोग घायल हो गए। इससे एक दिन पहले खार्किव क्षेत्र में ही रूसी हमले में 51 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले को अब तक के सबसे घातक हमलों में गिना जा रहा है।

हमले के बाद सड़कों पर बिखड़ा मलबा

समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने बताया कि शुक्रवार सुबह हमले के बाद आपातकालीन कर्मचारियों ने इमारत के मलबे से एक लड़के का शव निकाला।

बता दें कि हमला इतना घातक था कि सड़क पर गहरा गड्ढा हो गया। सड़कों पर मलबा बिखड़ गया और जगह-जगह तबाही के निशान दिख रहे हैं। हमले से कई इमारतें काली हो गई। कुछ इमारतों की खिड़कियां टूट गई और कुछ कारों को नुकसान पहुंचा है।

हमले से इमारतों को पहुंचा नुकसान

इस हमले के चश्मदीद येवेन शेवचेंको ने बताया कि जब हमला हुआ, तब वह अपने घर में आराम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमला इतना भीषण था कि इमारत की खिड़कियां टूट गई और घर के दरवाजे उखड़ गए।

हमले में एक की मौत 23 घायल

इस घटना पर खार्किव क्षेत्रीय अभियोजक कार्यालय ने बताया कि हमले में एक 10 साल के लड़के मौत हो गई और अन्य 23 लोग घायल हो गए। उन्होंने कहा कि एक दिन पहले भी इस क्षेत्र को निशाना बनाया गया था। पूर्वी यूक्रेन के ह्रोजा में हुए हमले में कम से कम 51 लोगों की मौत हो गई थी।

बता दें कि ह्रोजा में एक कैफे को निशाना बनाया गया था, उस वक्त वहां करीब 60 लोग मौजूद थे। इस वजह से काफी लोगों की जानें गई थी। मरने वालों में कई बच्चे भी शामिल थे।

गुरुवार को 51 लोगों की गई थी जान

इधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की लगातार वैश्विक समर्थन जुटाने में लगे हैं। वह स्पेन में एक शिखर सम्मेलन में शामिल हुए, जिसमें करीब 50 यूरोपीय नेताओं का जुटान है। उम्मीद है इससे उन्हें जरूर लाभ मिलेगा।

राष्ट्रपति जेलेंस्की जुटा रहे वैश्विक समर्थन

राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने टेलीग्राम चैनल पर लिखा कि आने वाले समय में हमारे पास अधिक लंबी दूरी के हथियार होंगे और वायु रक्षा प्रणाली भी होंगे। मालूम हो कि इस शिखर सम्मेलन में जेलेंस्की का लक्ष्य अधिक सैन्य सहायता सुनिश्चित करना था