काशी हिंदू विश्वविद्यालय आईआईटी (IIT-BHU) में छात्रा से छेड़खानी करने का मामला गरमा जाने के बाद वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस की तरफ से बड़ी कार्रवाई की गई है। मामले के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांगों को पूरा करते हुए लंका थाना प्रभारी अश्विनी पांडेय को लाइन हाजिर कर दिया गया है। साथ ही बीएचयू प्रशासन ने कैंपस में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी फैसला किया और निर्देश दिए कि सारे गेट रात 10 बजे से बंद रहेंगे। सुबह पांच तक बंद बाहरी तत्वों को कैंपस में घुसने नहीं दिया जाएगा।
बता दें कि IIT-BHU में बुधवार रात को एक छात्रा अपने दोस्त के संग कैंपस में घूम रही थी। तभी कुछ बदमाशों ने छात्रा के साथ मारपीट की और छेड़खानी की। इस दौरान उन बदमाशों ने छात्रा को जबरन किस किया और फिर उसके कपड़े उतरवा कर उसका वीडियो बना लिया। इस घटना की खबर जैसे ही परिसर में हुई, पूरे परिसर के छात्र इकट्ठा होकर धरने पर बैठ गए। सैकड़ों की संख्या में छात्र राजपूताना हॉस्टल पहुंचे और प्रदर्शन किया। छात्र कैंपस में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर बैनर और पोस्टर के साथ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों ने डायरेक्टर हाय-हाय के नारे लगाए और कैंपस बंद करने की मांग भी की। छात्रों ने कहना था कि कैंपस में बाहरी तत्वों का प्रवेश पर भी रोक लगाई जाए। छात्रों ने बताया कि यह बीएचयू में 2017 में हुई छेड़खानी की घटना से ज्यादा बड़ी घटना है। धरनारत छात्रों की माने तो परिसर में ऐसी घटनाएं रोजाना होती हैं लेकिन सुरक्षा को लेकर यहां पर किसी तरह का कोई इंतजाम नहीं है।
प्रशासन ने की यह कार्रवाई
जब यह घटना ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया तो प्रशासन भी चौकन्ना हो गया है। प्रशासन ने आंदोलनकारी छात्रों को बातचीत के लिए बुलाया। बातचीत में छात्रों ने प्रशासन के सामने 7 सूत्रीय मांगों को उठाया। छात्रों की मांग थी कि आईआईटी कैंपस को अलग किया जाए और कैंपस में सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी की जाए। दोनों पक्षों में सहमति बन जाने के बाद गाइडलाइन्स जारी की गई। गाइडलाइन्स में कहा गया है कि कैंपस के सारे गेट रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक बंद रखे जाएंगे। इस दौरान बाहरी तत्वों को कैंपस में घुसने नहीं दिया जाएगा। वहीं, शोहदों की गिरफ्तारी नहीं करने पर लंका थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया।
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