मुख्यमंत्री ने दो दिन पहले भी किसानों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया था। सीएम ने कहा था कि सड़कें बातचीत के लिए नहीं होती, रास्ते बंद करने से आम लोगो को परेशानी होती है। मुख्यमंत्री ने किसानों से रास्ते न बंद करने का अनुरोध किया था।
सरकार के आश्वासन के बाद जालंधर में रेलवे की पटरी पर बैठे किसानों ने धरना उठा लिया है। हालांकि दिल्ली-जम्मू नेशनल हाईवे पर चौथे दिन भी धरना जारी है। ट्रैक खुलने से ट्रेनों का आवागमन शुरू हो गया है।
इससे पहले गुरुवार को किसानों के धरने के कारण फिरोजपुर मंडल में आने-जाने वाली 40 ट्रेनों का आवागन प्रभावित हुआ, जिसमें 24 ट्रेनों सुबह रद्द कर दी गई थीं। किसानों ने धरना मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के साथ बैठक का आश्वासन मिलने के बाद उठाया है।
जालंधर के पीएपी चौक के पास धन्नोवाली में किसान पिछले चार दिनों से धरना दे रहे हैं। गुरुवार को किसानों ने धन्नोवाली फाटक पर रेलवे ट्रैक भी जाम किया था। किसान गन्ने का रेट बढ़ाने और दूसरी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं हाईवे जाम होने से सैकड़ों लोग परेशान हैं। हालांकि देर रात किसानों द्वारा हाईवे की सर्विस लेन खोल दी गई थी जिसके बाद ट्रैफिक सुचारू रूप से चलने लगा था।
जल्द ही किसानों का वफद मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी मांगें रखेगा, अगर हल नहीं निकला तो प्रदर्शन जारी रहेगा। इससे पहले बुधवार को चंडीगढ़ में किसानों की एक बैठक होनी थी, जो नहीं हो सकी। इससे नाराज किसानों ने ऐलान किया कि जब तक सरकार गन्ने का रेट बढ़ाने की मांग नहीं मान लेती, तब तक धरना जारी रहेगा। इसके साथ संगठन 26 नवंबर को चंडीगढ़ कूच भी करेंगे।
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