Saturday , December 23 2023

बीजेपी ने एमपी में खेला बैकवर्ड कार्ड यादव बनाया मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री मोहन यादव की ससुराल यूपी के सुल्तानपुर जिले में जिले के अकोढ़ी गांव फुलौना के निकट हैं ससुराल

बीजेपी ने एमपी में खेला बैकवर्ड कार्ड यादव बनाया मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री मोहन यादव की ससुराल यूपी के सुल्तानपुर जिले में
जिले के अकोढ़ी गांव फुलौना के निकट हैं ससुराल

ब्रह्मादीन यादव की सुपुत्री विवेकानंद यादव की बहन सीमा यादव से 1994 में हुई थी शादी
सुल्तानपुर ।बीजेपी ने मध्यप्रदेश में पिछ़डा हितैषी बताने में कोई कोर कसर नहीं छोडी हैं शिवराज सिंह चौहान के बाद मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाना भविष्य की तैयारी हैं सपा और बसपा कांग्रेस ,आप सहित तमाम पार्टियों से आगे निकलकर अपने ताश के पत्ते को खेला हैं मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर 24 के लोकसभा चुनाव में यादव वोट बैंक हथियाने की पूरी तैयारी में हैं बीजेपी।यदि ऐसे ही बीजेपी लगातार दलितों पिछडो़ को गोलबंद करती रहीं तो अखिलेश यादव का पीडीए ,पीडीए बोलना धरा का धरा ही रह जाएगा और 24 के लोकसभा चुनाव में दर्जन भर सीटें जीतना मुश्किल हो जाएगा। भाजपा बेशक जातिए जनगणना न कराने के मकसद में हो मगर दलित पिछ़डा हितैषी होने की कला का प्रदर्शन बाखूबी कर के सफल भी हो रहीं हैं मध्यप्रदेश के बाद सबसे बड़े प्रदेश यूपी में बीजेपी की नजर यादव वोंट बैंक पर हैं। खैर यह तो भविष्य तय करेगा की वर्तमान किसका हैं मुख्यमंत्री मोहन यादव के राजनैतिक पहलूओं पर नजर डालें तो सन् 1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव, 1984 में अध्यक्ष। सन् 1984 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री एवं 1986 में विभाग प्रमुख,सन् 1988 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्यप्रदेश के प्रदेश सहमंत्री एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और 1989-90 में परिषद की प्रदेश इकाई के प्रदेश मंत्री तथा सन् 1991-92 में परिषद के राष्ट्रीय मंत्री।सन् 1993-95 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, उज्जैन नगर के सह खण्ड कार्यवाह, सायं भाग नगर कार्यवाह एवं 1996 में खण्ड कार्यवाह और नगर कार्यवाह. सन् 1997 में भा.ज.यु.मो. की प्रदेश कार्य समिति के सदस्य। सन् 1998 में पश्चिम रेलवे बोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य। सन् 1999 में भा.ज.यु.मो. के उज्जैन संभाग प्रभारी।सन् 2000-2003 में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की कार्य परिषद के सदस्य, सन् 2000-2003 में भा.ज.पा. के नगर जिला महामंत्री एवं सन् 2004 में भा.ज.पा. की प्रदेश कार्य समिति के सदस्य, सन् 2004 में सिंहस्थ, मध्यप्रदेश की केन्द्रीय समिति के सदस्य, सन् 2004-2010 में उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष (राज्य मंत्री दर्जा), सन् 2008 से भारत स्काउट एण्ड गाइड के जिलाध्यक्ष सन् 2011-2013 में मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष (केबिनेट मंत्री दर्जा)।भा.ज.पा. की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य।सन् 2013-2016 में भा.ज.पा. के अखिल भारतीय सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के सह-संयोजक।उज्जैन के समग्र विकास हेतु अप्रवासी भारतीय संगठन शिकागो (अमेरिका) द्वारा
महात्मा गांधी पुरस्कार और इस्कॉन इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा सम्मानित।मध्यप्रदेश में पर्यटन के निरंतर विकास हेतु सन् 2011-2012 एवं 2012-2013 में राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत। सन् 2013 में चौदहवीं विधान सभा के सदस्य निर्वाचित।सन् 2018 में दूसरी बार विधान सभा सदस्य निर्वाचित। 2 जुलाई 2020 को मंत्री बने 2023 में तीसरी बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित और अब मुख्यमंत्री खैर मोहन यादव के रिस्तों की चर्चा यूपी के सुल्तानपुर से हो रहीं हैं।मुख्यमंत्री का सुल्तानपुर से है नाता।1994 में सीमा यादव से वैवाहिक रिश्ते से बंधे थे मोहन यादव।सीएम मोहन यादव का रिश्ता सुल्तानपुर जिले से बताया जा रहा है।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से भाजपा की राजनीति में पांव जमाने वाले मोहन यादव की ससुराल यूपी के सुल्तानपुर जिले के गांव अकोढ़ी (फुलौना के निकट) में,वर्तमान में नगर के डिहवा मोहल्ला निवासी ब्रह्मादीन यादव(96) के यहां है।

उनके रिश्ते के साले विवेकानंद यादव ने बताया कि बहन सीमा यादव की शादी वर्ष 1994 में मोहन यादव जी से हुई थी।छह माह पूर्व मोहन यादव जी की माता जी का निधन हुआ था तो परंपरा के अनुसार सीमा अपने मायके सुल्तानपुर आई हुई है।

उनके साले विवेकानंद जी ने बताया कि उनके 96 वर्षीय पिता ब्रह्मानंद जी की तबीयत खराब चल रही तो मोहन जी हर बार की तरह इस बार भी सुल्तानपुर आए हुए थे एमपी के सीएम मोहन यादव जी 1994 में विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री थे और तब भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहे।

सीएम मोहन यादव जी एलएलबी एचडी है और उनके पिताजी एमपी के टीआरएस कॉलेज (रीवा जनपद) में प्रधानाचार्य पद से रिटायर हुए । तीन भाइयों में सीमा यादव अकेली बहन है ।उनके सीएम बनने की खुशी से जनपद वासियों में प्रसन्नता व्याप्त है।