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वाराणसी : बीएचयू में सरस्वती पूजन के लिए चंदा न देने पर छात्रों ने दुकानदार को पीटा

बीएचयू परिसर स्थित विश्वनाथ मंदिर के गेट के पास सरस्वती पूजन के नाम पर 11000 रुपये चंदा न देने पर छात्रों ने एक दुकानदार की पिटाई कर दी। रविवार शाम हुई घटना के बाद मौके पर पहुंचे प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मियों से छात्रों ने धक्कामुक्की भी की। इसमें पांच से अधिक सुरक्षाकर्मियों को हल्की चोट आई है। सूचना पाकर मौके पर पुलिस के साथ चीफ प्राक्टर पहुंचे तो दुकानदारों ने छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस मामले में चीफ प्रॉक्टर ने लंका थाना प्रभारी को कार्रवाई के लिए तहरीर दी है।

विश्वविद्यालय परिसर में विश्वनाथ मंदिर के पास के दुकानदारों ने एक फरवरी को चीफ प्रॉक्टर से छात्रों पर सरस्वती पूजा के नाम पर 11-11 हजार रुपये का चंदा मांगने की शिकायत की थी। विरोध में दो दिन तक दुकानें बंद रखीं। चीफ प्रॉक्टर ने दुकानदारों को सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए कार्रवाई का भरोसा दिलाया था।

रविवार को दो दुकानें खुली थीं। दुकानदारों ने चीफ प्रॉक्टर को बताया कि पहले दोपहर में कुछ छात्र आए थे लेकिन प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों को देखकर लौट गए। इसके बाद शाम 4.20 बजे 50 की संख्या में छात्र पहुंचे और चंदा मांगने लगे। मना करने पर पिटाई की।
बढ़ाई गई सुरक्षा, सीसी कैमरे से निगरानी
विश्वनाथ मंदिर के गेट पर रविवार को पिटाई की घटना के बाद से यहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है। चीफ प्रॉक्टर प्रो. शिवप्रकाश सिंह का कहना है कि दो-तीन दिन से छात्र चंदा मांगने आ रहे थे। सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। साथ ही सीसी कैमरे से भी निगरानी की जा रही है।

सरस्वती पूजन के नाम पर चंदा मांगा जाना उचित नहीं है। इस आयोजन के लिए छात्र अधिष्ठाता कार्यालय की ओर से धनराशि हॉस्टलों को दी जाती है। रविवार की घटना में दोषी छात्रों पर कार्रवाई की जाएगी।-प्रो. शिवप्रकाश सिंह, चीफ प्रॉक्टर, बीएचयू

हॉस्टल को मिलता है पूजन के लिए सात हजार रुपये
बीएचयू के छात्र अधिष्ठाता प्रो. एके नेमा का कहना है कि जिस हॉस्टल में सरस्वती प्रतिमाएं स्थापित होती हैं, उनको विश्वविद्यालय के नियमानुसार आयोजन के लिए सात हजार रुपये दिए जाते हैं। दुकानदारों से चंदा मांगना गलत है।