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बिहार: क्रेडिट कार्ड अधिकारी बनकर साइबर अपराधियों ने अब क्लर्क की एफडी तोड़ी

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में भी अब साइबर अपराधी ठगी के रोज नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। ताजा मामले में साइबर अपराधियों ने जिले के कांटी पानापुर हाइस्कूल में कार्यरत एक सरकारी क्लर्क के खाते से करीब पांच लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी की घटना को अंजाम दिया है। इस मामले को लेकर साकेतपुरी निवासी शैलेश कुमार सिंह ने नगर थाने में साइबर अपराधी के खिलाफ में प्राथमिकी दर्ज कराई है।

मामले में पीड़ित क्लर्क ने बताया कि अभी वह वर्तमान में इंटर परीक्षा में शहर के एक केंद्र में बतौर सीबीएसई में ड्यूटी दे रहे थे। परीक्षा खत्म होते ही अचानक उनके मोबाइल पर एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को एक बैंक अधिकारी बताया और कहा कि उनके क्रेडिट कार्ड पर एक एक्स्ट्रा सर्विस शुरू कर दी गई है। उसके बदले चार हजार रुपये प्रतिमाह कटेंगे। उसने इनका नाम और कार्ड नंबर भी बता दिया, जिसके बाद पीड़ित शैलेश को विश्वास हो गया कि यह फोन बैंक से ही है। फिर वह उससे बात करने लगे और करीब घंटे भर तक उस फ्रॉड ने उन्हें फोन पर अपने झांसे में फंसाए रखा।

शैलेश ने बताया कि लेकिन जैसे ही साइबर फ्रॉड ने कॉल रखा, वैसे ही उनके नंबर पर ट्रांजेक्शन के मैसेज आने लगे। उसके बाद उन्हें ठगी की जानकारी हुई। फिर वह बैंक में शिकायत करने के लिए पहुंचे। तब तक उनके खाते से पांच लाख रुपये की ठगी की जा चुकी थी। उनके बैंक और फिक्स्ड डिपॉजिट से रुपये की निकासी हो गई थी। इतना सब होने के बाद पीड़ित ने नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।

मामले में नगर थाना के एसएचओ विजय कुमार सिंह ने बताया कि पीड़ित के द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। साइबर सेल की मदद ली जा रही है। बैंक से पता करने पर उन्हें बताया गया कि कोलकाता के खाते में ये पैसे भेजे गए हैं। शिकायत दर्ज होने के बाद तत्काल उस खाते को फ्रीज कर दिया गया है। उसमें करीब दो लाख रुपये बचे थे।