लोकसभा चुनावों की तारीख का एलान होने के साथ उत्तर प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गयी है वहीं प्रशासनिक अमला भी सतर्क हो गया है। प्रदेश में लागू आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन कराने को लेकर पुलिस ने भी कमर कस ली है। पुलिस मुख्यालय ने इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर सभी पुलिस कमिश्नर और पुलिस अधीक्षकों को भेज दिया है। साथ ही कार्ययोजना के मुताबिक कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
कानून-व्यवस्था का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
पुलिस एवं जिला प्रशासन ने अधिकारियों के साथ बैठक कर निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से चुनाव संपन्न कराने की रणनीति पर अमल शुरु कर दिया है। पुलिस को चौकन्ना कर दिया गया है वहीं गली मोहल्लों में राजनीतिक दलों के पोस्टर बैनरों को हटाने का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है। प्रदेश में अवैध शराब की बिक्री, अवैध शस्त्र के कारोबार, लाइसेंसी शस्त्रों की दुकानों के सत्यापन के लिए अभियान चलाने, सोशल मीडिया की निगरानी के साथ ही कानून-व्यवस्था का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा गया है।
माफिया और सक्रिय अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश
बता दें कि पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी निर्देशों के मुताबिक मतदाताओं को किसी प्रकार का प्रलोभन दिए जाने, शराब या पैसा बांटे जाने के बारे में गोपनीय तरीके से सूचना एकत्र कर दोषियों के साथ ही माफिया और सक्रिय अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी पुलिस कमिश्नरों के साथ ही जिले के पुलिस कप्तानों को मतदान से पहले, मतदान और मतगणना के दिन और ईवीएम की सुरक्षा के लिए पुलिस बल का पुख्ता प्रबंध करने की रणनीति अभी से तैयार करने को कहा गया है। पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी की गई जानकारी के मुताबिक निर्वाचन संबंधी सभी कार्यक्रमों व गोष्ठियों के आयोजन के लिए प्रशासन से अनुमति लेना अनिवार्य होगा। वहीं, रोड शो, प्रचार, वाहनों के उपयोग, ध्वनि विस्तारक यंत्रों आदि का उपयोग निर्वाचन आयोग के निर्देशों के मुताबिक कराने की अनुमति दी जाएगी।
बूथों पर रहेगी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
पुलिस मुख्यालय की कार्ययोजना के मुताबिक मतदान के दिन बूथों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। बूथों पर पुलिस के अलावा पीएसी, अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाएगा। साथ ही स्टेटिक सर्विलांस और फ्लाइंग स्क्वायड की टीम भी भ्रमण करती रहेंगी।