रोपवे के अंतिम स्टेशन गोदौलिया पर चारों दिशाओं में निकास द्वार होंगे। बदलते बनारस में देश के पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे को धरातल पर उतारने का काम चल रहा है। इसके लिए कई जगहों पर एक साथ काम चल रहा है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे के लिए उपकरण स्विटजरलैंड और रोप ऑस्ट्रिया से आ रहे हैं। स्टेशन के फसाड के लिए भी सामग्री वाराणसी पहुंचने लगी है।
रोपवे स्टेशन पर वाराणसी की कला, संस्कृति व अध्यात्म के साथ देवालय का रूप भी दिखाई देगा। जल्द ही रोपवे के ट्रायल रन की भी योजना है। सबसे पहले काशी विद्यापीठ और रथयात्रा में रोपवे स्टेशन बनकर तैयार होंगे।
काशी विद्यापीठ और रथयात्रा के रोपवे स्टेशन में गंडोला के लिए प्लेटफॉर्म स्तर तक का काम हो गया है। स्टेशन के अंदर का काम तेजी से चल रहा है। अधिकारियों के अनुसार रोप वे का निर्माण 807 करोड़ रुपये से किया जा रहा है।
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