टीबॉयोटिक और हार्ट-बीपी की दवाओं के बाद अब प्रेडनिसोलोन सोडियम फास्फेट आई ड्रॉप का सैंपल जांच में अधोमानक पाया गया है। उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन ने प्रदेश के सभी जिलों के ड्रग वेयर हाउस को पत्र भेजकर इस आई ड्रॉप का वितरण तत्काल बंद कराने और बचे वॉयल को वापस भेजने का आदेश दिया है। यह दवा आंखों में सूजन, लाली या खुजली होने पर दी जाती है।
कॉरपोरेशन की ओर से जारी पत्र के अनुसार, आगरा के जेपी ड्रग्स फार्मा कंपनी की ओर से निर्मित आई ड्रॉप प्रेडनिसोलोन सोडियम फास्फेट 1.0, 5 एमएल वायल बैच नंबर जेडीएलआई-595 जांच में अधोमानक पाया गया। यह बैच सितंबर 2023 में जारी हुआ था और इसकी एक्सपायरी अगस्त 2025 में है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, अधोमानक मिले आई ड्रॉप के इस्तेमाल से आंखों पर दुष्प्रभाव की आशंका नहीं है, पर कंपनी के दावे के अनुसार इसका असर कम होगा। इसलिए कॉरपोरेशन ने इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।
बरेली से लौटाए गए 100 वॉयल
बरेली के जिला अस्पताल में इसके 100 वॉयल आए थे। गनीमत रही कि इनमें से एक भी मरीजों को नहीं दिए गए थे। सैंपल फेल होने की जानकारी के बाद सभी 100 वॉयल ड्रग वेयरहाउस को लौटा दिए गए।
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