असम में बारिश के बाद बाढ़ आने से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 90 से अधिक हो गई है।
वहीं, पिछले 24 घंटों में करीमगंज जिले में दो लोगों की मौत हो गई। ASDMA की बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को करीमगंज जिले में एक बच्चे सहित दो लोगों की मौत हो गई, जिससे कुल मरने वालों की संख्या 93 हो गई है।
18 जिलों के हालात बेहद खराब
राज्य में बाढ़ की स्थिति में मामूली सुधार हुआ है। विभिन्न भागों में बाढ़ का पानी घट रहा है, लेकिन 18 जिलों – कछार, नलबाड़ी, कामरूप, गोलाघाट, मोरीगांव, चिरांग, डिब्रूगढ़, धुबरी, ग्वालपाड़ा, नागांव, करीमगंज, कामरूप (एम), धेमाजी, माजुली, दारंग, शिवसागर, जोरहाट, विश्वनाथ के लगभग 5.98 लाख लोग अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं।
1342 गांव अभी भी जलमग्न
एएसडीएमए बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, 52 राजस्व सर्किलों के तहत 1342 गांव अभी भी जलमग्न हैं और बाढ़ के पानी में 25367.61 हेक्टेयर फसल क्षेत्र डूब गया है। ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर नेमाटीघाट, तेजपुर और धुबरी में खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। 13 जिलों में 172 राहत शिविरों और वितरण केंद्रों में 58,000 से अधिक लोग अभी भी शरण लिए हुए हैं। बाढ़ से 283712 पालतू जानवर भी प्रभावित हुए हैं।
पिछले 24 घंटों में बाढ़ से असम में क्या हालात?
- 232 जानवरों बहे
- 161 घरों को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त
- 6663 घरों और 13 सड़कों को आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त
- काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 10 गैंडों सहित 196 जानवरों की मौत
- 2 गैंडे के बच्चे और 2 हाथी के बच्चे सहित 143 जानवरों को बचाया
- पार्क के 26 वन शिविर अभी भी पानी में डूबे हुए हैं
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